बालाजी के मंदिर पर दर्शन करने गया था श्रद्धालु, तभी गिर गई चट्टान, युवक की मौत
Advertisement

बालाजी के मंदिर पर दर्शन करने गया था श्रद्धालु, तभी गिर गई चट्टान, युवक की मौत

चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी कस्बे में मंशापूर्ण बालाजी के मंदिर पर दर्शन करने गए युवक पर अचानक चट्टान गिरने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई. चट्टान के नीचे दबे युवक को ग्रामीणों की मदद से युवक को बाहर निकाला.

बालाजी के मंदिर पर दर्शन करने गया था श्रद्धालु

Chittorgarh: चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी कस्बे में मंशापूर्ण बालाजी के मंदिर पर दर्शन करने गए युवक पर अचानक चट्टान गिरने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई. चट्टान के नीचे दबे युवक को ग्रामीणों की मदद से युवक को बाहर निकाला. घटनास्थल पर बस्सी थाना प्रभारी गणपत सिंह हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह सहित पुलिस जाब्ता मौजूद रहा. 

यह भी पढ़ें- राजस्थान में सस्ती हुई घरेलू बिजली, उपभोक्ताओं को 50 यूनिट बिजली मिलेगी Free

बाद में शव को बस्सी हॉस्पिटल के मुर्दाघर में रखवाया, जिसका पोस्टमार्टम सुबह किया जाएगा. बस्सी थाना प्रभारी गणपत सिंह से मिली जानकारी के अनुसार 35 वर्षीय गोपाल लाल पिता श्यामलाल सुथार निवासी बस्सी मंशापूर्ण बालाजी के मंदिर पर दर्शन करने गया था. उसी दौरान मंदिर परिसर के ठीक बाहर अचानक चट्टान गिरने से चट्टान के नीचे दब गया. जिससे उसके सिर पर और अंदरूनी चोट आने से मौके पर ही मौत हो गई.

आपको बता दें कि मंशापूर्ण बालाजी मंदिर कस्बें से बाहर अरावली पर्वत श्रंखला पर स्थित करीब पांच सौ फीट ऊंचाई पर स्थित है, जिसे बस्सी के युवाओं ने ही श्रमदान करके करीब 350 सीढ़ीयां बनाकर दुर्गम रास्ते को सुगम कर इस देवस्थल को विकसित किया हैं.

यह भी पढ़ें- ब्लांइड मर्डर का खुलासा: बेटी के साथ रहता था चौकीदार, चेहरा कुचलते हुए की थी हत्या

मंदिर प्रांगण के बाहर पहाड़ियों से घिरे रास्ते से गुजरने के दौरान यह हादसा हुआ. बताया जाता है कि गोपाल श्यामलाल का इकलौता बेटा है और गोपाल के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. परिवार में कमाई करने वाला इकलौता बेटा था. इस पर ग्रामीणों ने उम्मीद जताई हैं कि मुख्यमंत्री सहायता कोष से कुछ सहायता मिल जाए तो परिवार का पालन पोषण हो सके. परिवार को संबल मिला सके. 
Report- Deepak Vyas 

Trending news