दौसा: अग्निकांड में 5 झोपड़ी जलकर हुए खाक, 2 भैंस की मौत, 10 लाख का हुआ नुकसान
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दौसा: अग्निकांड में 5 झोपड़ी जलकर हुए खाक, 2 भैंस की मौत, 10 लाख का हुआ नुकसान

पीड़ित रामनारायण मीणा ने बताया कि आग की लपटों की स्थिति यह थी कि झोपड़े में बंधी दो भैंस जलकर खत्म हो गई. वहीं दो गंभीर रूप से झुलस गई.

अग्निकांड में 5 झोपड़ी जलकर हुए खाक.

दौसा: दौसा जिले के लालसोट विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत डोब के लाहडीकाबास गांव में दोपहर 2:30 बजे के करीब अचानक हुए अग्निकांड के कारण रामनारायण मीणा के 4 तथा सीताराम का एक टीन शेड नुमा झोपड़ी जलकर खाक हो गया, जिसमें 2 भैंस की मौत हो गई तथा दो गंभीर रूप से झुलस गई.

10 लाख रुपये का नुकसान
वहीं, दूसरी तरफ गेहूं तथा सरसों की फसल बेचकर लाए गए पौने दो लाख की नकद राशि व ₹5 लाख का जेवरात जलकर खाक हो गया. घटना में लगभग ₹10 लाख का नुकसान बताया जा रहा है.

आग से मचा हाहाकार
खलकाई माता के पास स्थित ढाणी में रहने वाले रम नारायण मीणा अपने परिवार के साथ खेतों में फसल की कटाई के काम में जुटा हुआ था. इसी दैरान पीछे से झोपड़ी में आग लग गई. आग लगने के कारण सामने नहीं आ सका. आग की लपटों को ऊपर उठता देखकर खेतों में काम कर रहे किसान परिवार भागकर मौके पर पहुंचा मगर तब तक आग ने तेज हवाओं के कारण दवानल का रूप ले लिया . 

2 भैंस जलकर खत्म
स्थिति यह रही कि आग की लपटों से निकली लौ के कारण 400 मीटर दूर स्थित टीनशैड नुमा झोपड़े में भी आग लग गई. जिसके कारण सीताराम मीणा का झोपड़ी भी जलकर खाक हो गई. पीड़ित रामनारायण मीणा ने बताया कि आग की लपटों की स्थिति यह थी कि झोपड़े में बंधी दो भैंस जलकर खत्म हो गई. वहीं दो गंभीर रूप से झुलस गई.

कीमती सामान जलकर खाक
मौके पर पहुंचकर बोरिंग चलाकर आग को काबू में लेने का प्रयास किया मगर तेज हवा के कारण आग की लपटों ने सब कुछ जलाकर खाक कर दिया. पीड़ित ने बताया कि हाल ही सरसों तथा गेहूं की फसल काटकर मंडी में बेची थी जिसके पौने 2 लाख नकद तथा सोने चांदी के जेवरात व 15 बोरी सरसों गेहूं तथा चने घर में रखे थे. साथ ही कीमती ओढ़ने बिछाने का सामान जलकर खाक हो गया.

मामले को लेकर दमकल को सूचना दी गई मगर देरी से पहुंचने से तब तक सब कुछ सफाया हो चुका था. मोतीलाल मीणा शाहजहांपुर ने बताया कि अचानक लगी आग के कारण देखते ही देखते परिवार जनों के सामने उनकी झोपड़ी जलकर खाक हो गई. अपनी मेहनत की कमाई को अपनी आंखों के आगे खाक होता देखकर परिवार में कोहराम मच गया तथा महिलाओं के रोने से माहौल गमगीन बना रहा .

इधर, बटाई में खेती का काम करने वाले रामनारायण मीणा डोब लाहड़ीकाबास में किराया पर जमीन लेकर खेती करता था, खेती के साथ-साथ जीवन व्यापन करने के लिए पशुपालन भी करता था. रामनारायण मीणा व पड़ोस में 300 मीटर की दूरी पर सीताराम मीणा भी जमीन किराया पर लेकर खेती करता था. मगर अग्निकांड में दोनों ही परिवारों के झोपड़े जलकर खाक हो गए तथा भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है.

इधर मामले की जानकारी प्रशासन को दी गई, जिस पर मौके पर पुलिस तथा मेडिकल टीम पहुंची. राहत एवं बचाव का काम शुरू किया. पशु चिकित्सक डॉ मनोज मीणा व दिनेश सैनी ने घायल पशुओं का उपचार किया. मौके पर हल्का पटवारी ने नुकसान का जायजा लिया.

(इनपुट-लक्ष्मी अवतार शर्मा)

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