Dholpur: धौलपुर जिले से होकर गुजर रही चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और चम्बल में पानी की आवक लगातार जारी हैं. जिससे धौलपुर जिले के पांच दर्जन गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. मध्य प्रदेश और हाड़ौती संभाग में हो रही बारिश के बाद काली सिंध, पार्वती, परवन नदी और कोटा बैराज से पानी की छोड़ा जा रहा है. लगातार दो दिन से चंबल नदी में छोड़े जा रहे पानी की वजह से धौलपुर से होकर गुजरने वाली चंबल नदी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है.


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धौलपुर जिले में चंबल नदी का वार्निंग लेवल 129.79 मीटर है. जबकि खतरे का निशान 130.79 मीटर है. चंबल नदी में लगातार पानी छोड़े जाने से जलस्तर प्रति घंटा 0.40 मीटर की स्पीड से बढ़ रहा है और मौजूदा वक्त में चम्बल का जल स्तर 131.50 मीटर चल रहा हैं और देर रात 133 मीटर से ऊपर जल स्तर पहुंचने की संभावना जताई जा रही हैं. जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है.


जिला कलेक्टर अनिल अग्रवाल ने चंबल नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सभी हल्का पटवारी और गिरदावर को निचले क्षेत्रों में नजर बनाने के निर्देश दिए हैं. जिसकी मॉनिटरिंग अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर की ओर से की जा रही है. हर घंटे चंबल नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए राजाखेड़ा और सरमथुरा क्षेत्र के करीब पांच दर्जन गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. जिसको लेकर जिला कलेक्टर ने निचले इलाके के गांव के लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है. बता दें कि चंबल नदी का जलस्तर करीब 137 मीटर के पार पहुंचते ही जिले के करीब पांच दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं. जिसको लेकर लगातार निगरानी रखी जा रही है.


Reporter- Bhanu Sharma


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