विश्व मानवाधिकार दिवस: सूचना के अधिकार पर संगोष्ठी का आयोजन, महत्व पर डाला प्रकाश
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विश्व मानवाधिकार दिवस: सूचना के अधिकार पर संगोष्ठी का आयोजन, महत्व पर डाला प्रकाश

राजकीय महाविद्यालय धौलपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत विश्व मानवाधिकार दिवस पर सूचना का अधिकार विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एडवोकेट प्रशांत हुंडावाल शामिल हुए.

विश्व मानवाधिकार दिवस: सूचना के अधिकार पर संगोष्ठी का आयोजन, महत्व पर डाला प्रकाश

Dholpur: राजकीय महाविद्यालय धौलपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत विश्व मानवाधिकार दिवस पर सूचना का अधिकार विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एडवोकेट प्रशांत हुंडावाल शामिल हुए. साथ ही कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य एसके जैन ने की.

 

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अधिवक्ता प्रशांत हुन्डावाल प्रिंस ने छात्र छात्राओं को सूचना के अधिकार के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि भारत में 15 जून 2005 को पहली बार प्रस्तावित आर.टी.आई, जो 12 अक्टूबर को प्रभावी रूप से लागू हुआ. इसके अंतर्गत आम व्यक्ति को एक विधान मंडल के सदस्यों के समान प्रत्येक सूचना प्राप्त करने का अधिकार प्राप्त हुआ.

इस अधिकार के जरिए 10 रूपये के पोस्टल ऑर्डर पर संबंधित सरकारी विभाग में आर.टी.आई कैसे लगानी है, अपील कैसे करनी है तथा सूचना न मिलने पर 250 से 25000 रूपये तक के जुर्माने के प्रावधान पर भी प्रकाश डाला.

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य एस के जैन ने सभी संभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक मनुष्य को भय मुक्त, भूख मुक्त, सम्मान युक्त जीवन जीने का अधिकार है. कन्या महाविद्यालय धौलपुर के प्राचार्य डॉ. एम.के सिंह ने बताया कि मानवीय अधिकारों के साथ साथ उसके द्वारा कर्तव्य के निर्वहन की भी आवष्यकता है.

Reporter: Bhanu Sharma

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