Hanumangarh Suicide Case: साहूकारों के ब्याज से परेशान युवक द्वारा आत्महत्या करने के मामले में 5 वें दिन भी भी कोई गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने आज हनुमानगढ़ टाउन के जिला अस्पताल चौकी का घेराव कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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Hanumangarh Suicide Case: साहूकारों के ब्याज से परेशान युवक द्वारा आत्महत्या करने के मामले में 5 वें दिन भी भी कोई गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने आज हनुमानगढ़ टाउन के जिला अस्पताल चौकी का घेराव कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मृतक इंद्रसेन का पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया. गौरतलब है कि जंक्शन क्षेत्र के जोडकियां गांव निवासी इंद्रसेन ने 5 दिन पूर्व सुसाइड नोट लिखकर सादुल ब्रांच नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी. सुसाइड नोट में इंद्रसेन ने गांव के विक्रम यादव और सावित्री पर रुपए किसी मजबूरी में लेने का जिक्र है किसकी एवज में लाखों रुपए ब्याज वसूलने से परेशान होकर इंद्रसेन ने आत्महत्या करने की बात लिखी थी.
मृतक इंद्रसेन का शव नहीं उठाया
आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों का आरोप है कि जंक्शन पुलिस को सुसाइड नोट मिलने के बावजूद अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया और जब तक दोनों आरोपी गिरफ्तार नहीं होते मृतक इंद्रसेन का शव नहीं उठाया जाएगा. जिला अस्पताल के बाहर लगे धरने के पांचवें दिन भी ग्रामीणों ने दोनो नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले पोस्टमार्टम और धरना हटाने से इंकार कर दिया.
अस्पताल के आगे धरने पर बैठे
मृतक की बहन सरोज ने बताया कि तीन दिन से भाई की मौत के बाद न्याय के लिए जिला अस्पताल के आगे धरने पर बैठे हैं. पुलिस पर मृतक की बहन ने कोई सुनवाई नहीं करने के आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने मृतक को न्याय देने के लिए कोई कार्यवाही शुरू नहीं की है. पुलिस पर आरोपियों को जान बूझ कर गिरफ्तार नहीं करने के गंभीर आरोप मृतक की बहन ने लगाए. नामजद महिला आरोपी को जानबूझ कर गिरफ्तार नहीं करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपित महिला जब तक घर में थी पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया जब महिला फरार हो गई तो पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची. पुलिस ने पहले गिरफ्तारी के प्रयास क्यों नहीं किए. ऐसे ही आरोप मृतक की बहन ने दूसरे आरोपी को गिरफ्तार नहीं करने को लेकर लगाए. मृतक की बहन ने कहा भाई को न्याय दिलाने के लिए वो किसी से भी लड़ेंगी.
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वहीं धरने पर बैठे बीएसपी नेता विजय कुमार किलानिया ने बताया कि 20 अक्टूबर को जोडकियां निवासी इंद्रसेन मेघवाल ने एक सुसाइड नोट जारी कर गांव के 2 लोगों से हजारों में रुपए ब्याज पर लेकर लाखों रुपए भरने के बावजूद और लाखों रुपए बकाया की वसूली के लिए प्रताड़ित करने के आरोप लगाते हुए नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस को कार्रवाई के लिए सूचना देने पर पुलिस ने कहा कि जब तक लाश बरामद नहीं होती पुलिस कार्रवाई नहीं कर पाएगी, जिसके बाद में लाश बरामद पर जब पुलिस को फिर से कार्रवाई के लिए कहा तो पुलिस ने एफआईआर का बहाना बना लीपापोती में लग गई है. किलानिया ने कहा कि पुलिस कह रही है हम न्याय दिलाएंगे, जबकि न्याय आपके सामने है कि तीन दिन से हम लोग भूखे प्यासे धरने पर बैठे हैं और पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाही नहीं की.
घर का एक ही चिराग था, दिवाली के दिन बुझ गया
घर का एक ही चिराग था जो दिवाली के दिन बुझ गया और अब पीड़ित परिवार न्याय की आस में जिला अस्पताल के आगे धरना लगाए बैठा हैं. पुलिस पर भ्रष्टाचार और दबाव में काम करने के आरोप किलानिया ने लगाए. किलानिया ने आरोप लगाया कि प्रकरण में आरोपियों को ढूंढने की बजाय पुलिस धरनार्थियों के पास बड़ी संख्या में जाब्ता तैनात किए हुए हैं लेकिन हम मरने को तैयार है लेकिन बिना न्याय के पीछे नहीं हटेंगे.
एएसपी जस्साराम बॉस ने बताया कि मामले में परिजनों के परिवाद पर जंक्शन थाने में 306 में नामजद प्रकरण दर्ज कर लिया गया है. प्रकरण में अनुसंधान जारी होने के साथ ही गिरफ्तारी के प्रयास भी जारी है. इस प्रकरण में परिजनों और ग्रामीणों ने जिला अस्पताल के आगे धरना लगा रखा है. मृतक के पोस्टमार्टम के लिए वार्ता के प्रयास भी लगातार जारी है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीम लगी हुई है.