कोटा से लेकर धौलपुर तक चंबल किनारे इस बार घड़ियालों और कछुओं की नेस्टिंग भारी मात्रा में हुई है. कोटा से लेकर पीलीघाट तक जगह-जगह घड़ियालों और कछुओं ने अंडे दे रखे हैं, जिनमे से शावक निकल रहे हैं और अठखेलियां करते नजर आ रहे हैं.
Trending Photos
kota: राजस्थान के कोटा से लेकर धौलपुर तक चंबल किनारे इस बार घड़ियालों और कछुओं की नेस्टिंग भारी मात्रा में हुई है. कोटा से लेकर पीलीघाट तक जगह-जगह घड़ियालों और कछुओं ने अंडे दे रखे हैं, जिनमे से शावक निकल रहे हैं और अठखेलियां करते नजर आ रहे हैं.
अंडों से निकलने की दुर्लभ तस्वीरें क्षेत्र के लोगों ने अपने मोबाइल के कैमरे में कैद की हैं. इन सुखद तस्वीरों से वन्य जीव प्रेमियों में खासा उत्साह का माहौल है. चंबल किनारे ये घड़ियालों के शावक अंडों को फोड़कर बाहर निकलते नजर आ रहे हैं और सीधे चंबल में डुबकी लगाने जाते नजर आ रहे हैं.
वहीं, कछुओं के छोटे-छोटे बच्चे भी सैकड़ों की संख्या में है, जो नदी में गोता लगाने के लिय ललायित नजर आ रहे है. तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि किस तरह से घड़ियालों के ये शावक अंडों को फोड़कर बाहर आ रहे है और बाहर की दुनिया में आकर प्रकृति से अपनी पहचान करवा रहे हैं.
इस बार गांधी सागर से बेमौसम पानी छोड़ा गया था, जिससे कोटा बैराज के गेट भी खोले गए थे, जिससे इनके अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा था, लेकिन वन्य जीव प्रेमियों ने अधिकारियों से बातकर इसे रुकवाया था और इसी वजह से ये सुखद मातृत्व की सुखद तस्वीर सामने आई है और घड़ियालों और कछुओं का कुनबा बढ़ा है.
रिपोर्टर- केके शर्मा
यह भी पढे़ंः फ्रेंड के देवर ने युवती के घर में घुस किया रेप, बनाया अश्लील वीडियो, हाथ में फोन देकर कहा- मुझसे बात किया कर