असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले में दौसा का लाल शहीद, मासूम बेटा बोला- पापा कहां गए?
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असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले में दौसा का लाल शहीद, मासूम बेटा बोला- पापा कहां गए?

असम राइफल के जवान आरपी मीना की शहादत की खबर जैसे ही परिजनों तक पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया. 

शहीद जवान आरपी मीणा के दो बच्चे हैं.

Dausa: मणिपुर में असम राइफल्स (Assam Rifles) के काफिले पर हुए हमले में दौसा (Dausa) जिले का लाल आरपी मीना (RP Meena) भी शहीद हुआ है. 

असम राइफल के जवान आरपी मीना की शहादत की खबर जैसे ही परिजनों तक पहुंची तो परिवार में कोहराम मच गया. वहीं, पूरे गांव में मातम छा गया. परिजनों का जहां रो-रो कर बुरा हाल है तो ही पूरा गांव शोक संतप्त है. 

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आरपी मीणा के शहीद होने की खबर जैसे ही लोगों तक पहुंची तो दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा (Murari Lal Meena) और बांदीकुई विधायक गजराज खटाना ने भी गहरा दुख जताया है.

बता दें कि शहीद आरपी मीना दौसा जिले के बसवा थाना क्षेत्र की मुही ग्राम पंचायत के दिलावरपुरा गांव के निवासी हैं. आरपी मीणा दो भाई हैं और एक बहन है. आरपी मीना परिवार के सबसे बड़े बेटे हैं. शहीद जवान आरपी मीणा के दो बच्चे हैं. एक लड़का, एक लड़की. शहीद आरपी मीणा की बेटी काव्या की आयु 6 साल है तो वहीं, बेटा योगेश महज चार वर्ष का है. दोनों अबोध बालकों को अब यह भी पता नहीं है कि उनके पिता कहां हैं? इन मासूम बालकों के सिर से पिता का साया उठ गया. ये मासूम बालक अब अपने पिता आरपी मीणा से कभी मिल नही पाएंगे. 

शहीद जवान आरपी मीणा ने अपने फर्ज के खातिर अपने प्राणों की कुर्बानी देकर इतिहास के पन्नों में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करवा दिया. शहीद जवान आरपी मीणा की शहादत पर असम राइफल के डीजी ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनकी शहादत पर नाज जताया है. उनका पार्शिव शरीर रविवार को उनके पैतृक गांव दिलावरपुर पहुंचने की उम्मीद है, जहां राजकीय सम्मान के साथ उनकी पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन की जाएगी. शहीद जवान राजेंद्रर प्रसाद मीणा 2013 में असम राइफल्स में भर्ती हुए थे.

Reporter- LAXMI AVATAR SHARMA

 

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