राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की ओर से आमेर के बिलोंची में की गई एक सभा के विरुद्ध पुलिस द्वारा कोरोना गाइडलाइन (Corona Guidelines) के उल्लंघन के चलते एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है.
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Jaipur: 2 दिन पहले राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की ओर से आमेर के बिलोंची में की गई एक सभा के विरुद्ध पुलिस द्वारा कोरोना गाइडलाइन (Corona Guidelines) के उल्लंघन के चलते एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है. पुलिस द्वारा महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज करने के बाद हर महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव (Upen Yadav) ने सरकार के प्रतिनिधियों और नेताओं को भी कटघरे में खड़ा किया है. गौरतलब है कि 2 दिन पहले शाहपुरा से लौटते समय आमेर के बिलोंची स्थित सरकारी स्कूल में महासंघ अध्यक्ष विपिन यादव द्वारा बेरोजगारों की एक सभा का आयोजन किया गया. पुलिस द्वारा इस सभा को लेकर मामला दर्ज करवाया गया है कि सरकार की ओर से कोरोना की रोकथाम के लिए जो गाइडलाइन जारी की गई है, सभा में उस गाइडलाइन का उल्लंघन किया गया है. इसके साथ ही ग्राउंड पर खेल रहे युवाओं को भी स्कूल में एक जगह एकत्रित किया गया था.
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एफआईआर (FIR) दर्ज होने के बाद महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि 'जिस सभा का हवाला दिया जा रहा है, उस सभा में संख्या 50 से भी कम थी जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में संख्या 100 निर्धारित की गई है लेकिन प्रशासन की ओर से दुर्भावनापूर्ण एफआईआर दर्ज की गई है क्योंकि पिछले दिनों ही अपनी विभिन्न मांगों को लेकर महासंघ की ओर से विधानसभा घेराव की चेतावनी दी है और बेरोजगारों के इसी आंदोलन को दबाने के लिए अब विभिन्न हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.
इसके साथ ही प्रशासन की ओर से आम और खास में अंतर भी किया जा रहा है, जहां सरकार के प्रतिनिधि और नेता बड़ी-बड़ी जनसभाएं कर रहे हैं. वहीं यदि युवा अपनी मांगों को लेकर 50 लोग भी एकत्रित हो रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई कर उनके आंदोलन को दबाया जा रहा है. इसलिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) से निवेदन है आम और खास के इस अंतर को खत्म करते हुए सभी के खिलाफ एक समान कार्रवाई की जानी चाहिए.