पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी देवी सिंह भाटी की घर वापसी, राजस्थान में सियासी हलचल तेज
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1893296

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी देवी सिंह भाटी की घर वापसी, राजस्थान में सियासी हलचल तेज

Devi Singh Bhati Rejoins BJP: राजस्थान में सत्ता के महासंग्राम के बीच बीजेपी में नेताओं की ज्वॉइनिंग का सिलिसिला जारी है. बीकानेर के कद्दावर और दबंग नेता तथा पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की आखिरकार चार साल बाद बीजेपी में वापसी हो गई.

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी देवी सिंह भाटी की घर वापसी, राजस्थान में सियासी हलचल तेज

Devi Singh Bhati Rejoins BJP, Jaipur News: राजस्थान में सत्ता के महासंग्राम के बीच बीजेपी में नेताओं की ज्वॉइनिंग का सिलिसिला जारी है. बीकानेर के कद्दावर और दबंग नेता तथा पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की आखिरकार चार साल बाद बीजेपी में वापसी हो गई.

पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी की बीजेपी में वापसी 

भाटी के साथ ही श्रवण कुमार चौधरी, भागचंद सैनी, बीएल रिणवां भी बीजेपी में शामिल हुए. बीजेपी नेताओं का कहना है कि इससे बीजेपी मजबूत हो रही है और 2023 में भाजपा सत्ता पर काबिज होगी.

पांच वर्ष बाद आपने हमें छाती से लगाया-  देवी सिंह भाटी

बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आनन फानन में गुरुवार रात बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, प्रभारी अरूण सिंह और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने देवी सिंह भाटी को पार्टी ज्वाइन कराई. इस मौके पर भाटी ने कहा कि पांच वर्ष बाद आपने हमें छाती से लगाया है, मैं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में भारत का मान बढ़ाया है. आने वाले समय मे हमारे सभी समर्थक सड़कों पर उतरेगें और कांग्रेस की नकारा सरकार को उखाड़ फेंकेगे. आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा का शासन आना तय है.

इन्होंने ने भी थामा बीजेपी का दामन 

देवी सिंह भाटी के साथ ही पार्टी जॉइन करने वालों में भागचंद सैनी बांदीकुई से भाजपा के प्रत्याशी रहे हैं. सीएलसी कोचिंग के डायरेक्टर श्रवण चौधरी और सीकर के गेटवैल हॉस्पिटल के डॉ बीएल रिणवां ने भी भाजपा का दामन थामा.

मेघवाल से नाराज होकर छोड़ी थी भाजपा 

देवी सिंह भाटी ने साल 2019 के लोकसभा चुनावों में बीकानेर से अर्जुनराम मेघवाल को प्रत्याशी बनाए जाने से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी थी. जिसके बाद उन्होंने खुलकर मेघवाल के खिलाफ प्रचार भी किया था. लंबे समय से उनके फिर से पार्टी में लौटने की चर्चा चल रही थी, हालांकि अर्जुनराम मेघवाल के वीटो पावर के कारण ही भाटी की ज्वॉइनिंग अटकी हुई थी. आखिरकार आज देवी सिंह भाटी की घर वापसी हो गई. भाटी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल से भी मेरी बात हो गई है. हम दोनों संतुष्ट हैं. हम मिलकर 2023 में भाजपा की सरकार बनाएंगे.

7 बार विधायक रह चुके हैं भाटी

देवी सिंह भाटी 1980 से 2008 तक लगातार बीकानेर की कोलायत विधानसभा सीट से विधायक चुनकर आए थे. 2013 में वे चुनाव हार गए थे. वर्ष 2018 में बीजेपी ने उनकी पुत्रवधू पूनम कंवर को टिकट दिया था, लेकिन वो भी कांग्रेस के प्रत्याशी भंवर सिंह भाटी से चुनाव हार गई थी. इसी चुनाव में देवी सिंह भाटी ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उनकी पुत्रवधू के खिलाफ कैंपन करके चुनाव हरवाया है.

राजे के कट्टर समर्थक हैं भाटी 

देवी सिंह भाटी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कट्टर समर्थक माने जाते हैं. भाटी ने दो महीने पहले ही वसुंधरा के पक्ष में बयान देते हुए कहा था कि जब तक राजे को लीडरशिप नहीं दी जाती तब तक उनके कार्यकर्ताओं को भाजपा में मान-सम्मान नहीं मिलेगा. जोधपुर में उन्होंन कहा था कि जब तक राजे को कमान नहीं दी जाती है, तब तक भाजपा में नहीं जाऊंगा.

2023 और 2024 में जीतेगी भाजपा 

भाजपा प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने कहा कि राजस्थान में भाजपा परिवार में सदस्यता ग्रहण करने को लेकर बहुत उत्साह और उत्सुकता है. कांग्रेस सरकार के जंगलराज और कुशासन से आज प्रदेश का हर वर्ग परेशान है. आज भाजपा का परिवार ओर बढ़ रहा है, लोगों की भाजपा के प्रति आस्था और विश्वास बढ़ा है. इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक बहुमत से जीत हासिल होगी. वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा सभी सीटों पर जीतेगी.

अब 2023 में खिलने वाला है कमल

प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा का कुनबा बढने का सिलसिला लगातार आगे बढ़ रहा है. प्रदेश कांग्रेस सरकार ने बीते पौने पांच सालों में हर क्षेत्र में प्रदेश को शर्मशार किया है. महिला उत्पीड़न, दुष्कर्म, बिगड़ी कानून व्यवस्था के मामलों में आज राजस्थान जैसा शांत प्रदेश नंबर वन पर आ गया है. कांग्रेस के राहुल गांधी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कई नेता यह मान चुके है कि कांग्रेस राजस्थान में सरकार नहीं बना पा रही है. इनके बयानों से लगातार घबराहट सामने आ रही है. अब 2023 में राजस्थान में कमल खिलने वाला है.

ये भी पढ़ें- वसुंधरा राजे से क्यों मिले गजेंद्र सिंह शेखावत, क्या लड़ेंगे विधानसभा चुनाव!

नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के पास ना तो कल्चर बचा है ना ही कार्यकर्ता. जनता ने इस बार मन बना लिया है कि इस भ्रष्ट और नकारा सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए वोट की चोट देंगें.

 

 

Trending news