Rajasthan Chambal River: कोटा विकास मॉडल को लेकर आज मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि आज तक किसी ने भी चंबल नदी की पूजा नहीं की, लेकिन 12 सितंबर को हम 125 पंडितों के साथ रविवार फ्रंट पर चंबल नदी की पूजा करेंगे. 12 सितंबर को इस कोटा मॉडल का शुभारंभ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किया जाएगा.
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CM Ashok Gehlot will worship Chambal river with 125 pundits: कोटा विकास मॉडल को लेकर आज मंत्री शांति धारीवाल मीडिया से रूबरू हुए. जी मीडिया से मुखातिब होते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि कोटा विकास के रूप में पूरे देश में मॉडल बन चुका है. 3 साल के अल्प समय अवधि में कोटा का विकास अंतरराष्ट्रीय स्तर का हुआ है. यही कोटा का विकास मॉडल है. मंत्री धारीवाल ने कहा कि इससे कोटा में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. जिससे कि कोटा की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी.
धारीवाल ने कहा कि कोटा में हर साल 2 लाख से अधिक बच्चे कोचिंग के लिए आते हैं.उनके साथ-साथ उनके परिजन भी कोटा आते रहते हैं. ऐसे में वह लोग कोटा घूमेंगे फिरेंगे पर कोटा की पहचान को अपने साथ लेकर जाएंगे. कोटा की आर्थिक स्थिति को तो मजबूती मिलेगी ही कोटा की पहचान को भी बड़ा नाम मिलेगा.
जयपुर के आईआरसी सेंटर में मीडिया से रूबरू होते हुए शांति धारीवाल ने बताया कि 1400 करोड़ की लागत से कोटा का बहुआयामी विकास हुआ है जिसमें कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का निर्माण किया गया है. स्थापत्य कला के साथ-साथ कई विश्व स्तरीय निर्माण किए गए जो की कोटा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएंगे.
साथ-साथ निर्माण में कई वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए हैं. धारीवाल ने कहा कि आगामी 12 सितंबर को इस कोटा मॉडल का शुभारंभ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किया जाएगा. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नाव में बैठकर एक रिमोट के जरिए बटन दबाकर इस मॉडल का उद्घाटन करेंगे. जिसे जिसे की 225 फीट ऊंची चंबल माता की प्रतिमा से पानी बहना शुरू होगा.
कोटा के विकास को लेकर शांति धारीवाल ने बताया कि जिस जगह रिवर फ्रंट बनाया गया वह चंबल नदी है. जिसका पानी राजस्थान सहित कई राज्यों को मिलता है. हमने उसे चंबल माता का नाम दिया है. आज तक किसी ने भी चंबल नदी की पूजा नहीं की, लेकिन 12 सितंबर को हम 125 पंडितों के साथ रविवार फ्रंट पर चंबल नदी की पूजा करेंगे.
रिवर फ्रंट पर 225 फीट की संगमरमर की चंबल माता की मूर्ति भी बनवाई है, जो की एक विश्व रिकॉर्ड है. दुनिया की कोई मूर्ति संगमरमर ईतनी बड़ी नहीं है. धारीवाल ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू की याद में रिवर फ्रंट पर जवाहर घाट भी बनाया गया है. जिस पर जवाहरलाल नेहरू का फेस मास्क बनवाया गया है जो भी अपने आप में एक विश्व रिकॉर्ड है.
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कोटा के विकास का बखान करते हुए मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि कोटा में नगर विकास न्यास बोर्ड ने में पैसे की कमी नहीं थी, इसलिए कोटा का सर्वांगीण विकास हो पाया. आज कोटा का विकास के क्षेत्र में देश के लिए मॉडल बन गया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोटा के विकास की पहचान बनेगी.
धारीवाल ने कहा कि रिवरफ्रंट पर दुनिया का सबसे बड़ा भगवान शंकर के नंदी की प्रतिमा बनाई गई है, जो कि विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा है. पंच मंदिर बनाए गए हैं जिन्हें वैदिक घाट का नाम दिया गया है. गीता का ज्ञान देने के लिए गीता घाट बनाया गया है. साथ ही वृंदावन गार्डन बनाया गया, जिसमें तुलसी ही तुलसी के पौधे लगाए गए हैं. 10 अवतारों की प्रतिमाएं इस गार्डन में लगाई गई है. बुलंद दरवाजे से भी ऊंचा दरवाजा बनाया गया है. धारीवाल ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी घंटी बनाई गई है इस घंटी को एक बार बजने में 8 किलोमीटर दूर तक आवाज जाएगी.
शांति धारीवाल ने कहा कि 12 सितंबर को रिवर फ्रंट सहित सभी प्रोजेक्ट्स का शुभारंभ होने के बाद आगामी 2 माह के लिए सभी प्रोजेक्ट्स को फ्री रखा जाएगा. यानी यहां आने जाने वाले पर्यटकों के लिए निशुल्क एंट्री रहेगी, लेकिन चर्चाओं का बाजार गर्म है कि 2 माह के अंदर अंदर विधानसभा चुनाव होने तय है, इसीलिए दो माह तक सभी प्रोजेक्ट्स को निशुल्क रखा जाएगा और चुनाव बाद लोगों से घूमने फिरने व देखने के लिए शुल्क लागू कर दिया जाएगा.