Jaipur murder :मृतक हनुमान के पिता ने सरस डेयरी में कंप्युटर ऑपरेटर के तौर पर काम करने वाले उनके बेटे के किडनैप का मामला 22 मई को सांगानेर में दर्ज करवाया था. बदमाशों ने पिता को धमकाया कि उन्हें 1 करोड़ रुपए चाहिए. यदि पैसे 25 तारीख तक फिरौती दे देंगे तो हनुमान को छोड़ देंगे, लेकिन अपहरणकर्ता उनके परिचित थे ऐसे में उन्हें डर था कि उनका पूरा राज खुल जा जाए इसलिए उन्होंने 22 मई को ही हनुमान की निर्मम हत्या कर डाली.
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Jaipur Kidnap murder case: राजधानी जयपुर में एक सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है. 22 मई को घर से दफ्तर निकले हनुमान मीणा की गुमशुदगी और अपहरण का मामला उसके पिता ने सांगानेर थाने में दर्ज करवाया था. लेकिन बुधवार देर रात उसकी लाश सीतापुरा द्रव्यवती नदी से बरामद की गई है. पूरे मामले में संदेह के आधार पर तीन संदिग्ध हिरासत में लिए गए है. आरोपी मृतक हनुमान के करीबी दोस्त बताए जा रहे है. अपहरण के बाद बदमाशों ने परिजनों को वीडियो कॉल कर 1 करोड़ की फिरौती मांगी थी और किसी को ना बताने की धमकी दी थी.
पूरा मामले में मृतक हनुमान के पिता ने सरस डेयरी में कंप्युटर ऑपरेटर के तौर पर काम करने वाले उनके बेटे के किडनैप का मामला 22 मई को सांगानेर में दर्ज करवाया था. किडनैप के बाद बदमाशों ने 25 मई का अल्टीमेटम परिजनों को देते हुए कहा था कि रुपए नहीं दिए तो जान ''मार देंगे. इधर, शव मिलने के बाद पुलिस ने सांगानेर थाना इलाके में एक फ्लैट पर दबिश दी, जहां से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. अपहरणकर्ताओं ने हत्या कर हनुमान का शव दोनों हाथ-पैर बांध कर पूरा पैक किया और सीतापुरा क्षेत्र द्रव्यवती नदी में फेंक दिया.
मृतक हनुमान मीणा मालवीय नगर स्थित सरस डेयरी में कंप्युटर ऑपरेटर की नौकरी करता था. 22 मई को हनुमान सुबह अपने घर से निकला था. पुलिस ने आशंका जताई है कि ऑफिस जाने के दौरान बदमाशों ने हनुमान का किडनैप कर लिया था. शाम को जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजन परेशान हो गए. इस पर हनुमान के पिता जगदीश नारायण मीणा सोमवार 22 मई की रात 10 बजे सांगानेर थाने पहुंचे और गुमशुदगी दर्ज करवाई.जैसे ही ही पिता थाने से बाहर आए उनके पास बेटे का वीडियो आया और कुछ देर बाद किडनैपर ने वीडियो कॉल कर पिता को धमकाया. उन्होंने वीडियो कॉल पर हनुमान से बात करवाई तो हनुमान रस्सी से बंधा हुआ था.
बदमाशों ने पिता को धमकाया कि उन्हें 1 करोड़ रुपए चाहिए. यदि पैसे 25 तारीख तक फिरौती दे देंगे तो हनुमान को छोड़ देंगे, नहीं तो जान से मार देंगे. इधर, जब फिरौती की रकम बदमाशों तक नहीं पहुंची तो उन्होंने हनुमान का मर्डर कर शव को बारे में डाल नदी में फेंक दिया.अपहरणकर्ताओं ने वॉट्सऐप पर वीडियो के साथ मैसेज भी लिखा- किसी को कुछ बोला तो ये नहीं बचेगा, तू भी मेरे निशाने पर है. 25 को फोन करूंगा, ज्यादा चालाकी की तो ये नहीं बचेगा.
पूरे मामले में एक आशंका ये भी है कि अपहरण करने वाले अपहरणकर्ता हनुमान और उनके परिचित थे ऐसे में उन्हें डर था कि उनका पूरा राज खुल जा जाए इसलिए उन्होंने 22 मई को ही हनुमान की निर्मम हत्या कर डाली. पूरे मामले में सांगानेर क्षेत्र के सन्नी अपार्टमेंट के पांचवें फ्लोर पर 509 फ्लैट में हनुमान को किडनैप कर रखा गया था.
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इस अपार्टमेंट की सुरक्षा को लेकर भी अब सवाल खड़े हो रहे है कि आखिर बिना किसी वैरिफिकेशन के कैसे वहां कोई भी किराये पर फ्लैट लेकर रह रहे है. अब इस पूरे मामले में जल्द जयपुर पुलिस खुलासा कर सकती है कि आखिर अपहरण की इस साजिश के पीछे क्या प्लानिंग थी ,कौन कौन शामिल था और आखिर क्यों हनुमान को मार दिया गया.