Lohri 2023 : सोशल क्रांति के इस युग में लोहड़ी अब पंजाब में ही नहीं मनायी जाती है. बल्कि पूरे देश में इसे खूब जोर शोर से मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति से एक दिन पहले लोहड़ी का त्यौहार होता है. जिसको लेकर अगर आपके मन में कोई कंफ्यूजन है. तो उसे दूर कर लें.
राजस्थान में पंजाब से सटे हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में लोहड़ी की रौनक देखते ही बनती है.
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Lohri 2023 : राजस्थान में पंजाब से सटे हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में लोहड़ी की रौनक देखते ही बनती है और वैसे भी सोशल क्रांति के इस युग में लोहड़ी अब पंजाब में ही नहीं मनायी जाती है. बल्कि पूरे देश में इसे खूब जोर शोर से मनाया जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार मकर संक्रांति से एक दिन पहले लोहड़ी का त्यौहार होता है. जिसको लेकर अगर आपके मन में कोई कंफ्यूजन है. तो उसे दूर कर लें.
कब है लोहड़ी (When is lohri) : हिंदू पंचांग के अनुसार जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति होती है. जो इस साल 14 जनवरी की रात को 8 बजकर 21 मिनट पर हो रहा है. इस वजह से मकर संक्रांति 15 को मनाई जाएगी. लोहड़ी संक्रांति से एक दिन पहले होती है इसलिए इस साल 13 नहीं 14 जनवरी को लोहड़ी मनायी जाएगी.
लोहड़ी का शुभ मुहूर्त (Lohri Shubh Muhurat): 14 की रात को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए लोहड़ी का शुभ मुहूर्त 14 की रात 8 बजकर 57 मिनट का है
लोहड़ी का त्यौहार किसानों के लिए एक नया साल माना जाता है. लोहड़ी के दिन किसान कटाई करने से पहले हाथ जोड़ कर फसलों के लिए प्रार्थना कर अग्नि देव से भूमि के लिए आशीर्वाद देने की प्रार्थना करते हैं. इसके बाद आग के पास घूमते हुए “आदर ऐ दिलतेर जाए” का जाप करते हैं. पूजा के बाद ढोल-नगाड़े बजाकर परिवार और रिश्तेदारों के साथ मजे किये जाते हैं.
लोहड़ी पर सूर्य देव की पूजा करके अच्छी फसल की जाती है. साथ ही इस दिन अग्नि जाकर उसके चारों तरफ चक्कर काटे जाते हैं. जिससे घर परिवार की नकारात्मकता का नाश होता है और सुख समृद्धि आती है. Makar Sankranti 2023 : मकर संक्रांति से चमकेंगे इन 5 राशियों के सितारे, प्रमोशन और इंक्रीमेंट पक्का