Rajasthan : अशोक गहलोत ने कहा- देश में भय व डर का माहौल, देश में संविधान व कानून का राज होना आवश्यक
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Rajasthan : अशोक गहलोत ने कहा- देश में भय व डर का माहौल, देश में संविधान व कानून का राज होना आवश्यक

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश में भय व डर है. इस माहौल में चुनाव हो रहे. मेरी सरकार में इतना काम हुआ और जो योजनाएं थी उनकी देशभर में चर्चा हो रही है. मैंने उस वक्त भी कहा था कि हम चुनाव हार गए है डर इस बात का नहीं है, हमारी सरकार की योजनाओं ने कीर्तिमान स्थापित किए.

Rajasthan : अशोक गहलोत ने कहा- देश में भय व डर का माहौल, देश में संविधान व कानून का राज होना आवश्यक

Lok Sabha Election 2024 : पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी बड़ी बहन के निधन पर कल सुबह जोधपुर आए थे एवं अंतिम संस्कार के बाद की रस्मों के साथ आज पीहर व ससुराल पक्ष का संयुक्त उठावना किया गया.

उठावने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने परिवार के साथ देर शाम को जयपुर के लिए रवाना हो गए. इस दौरान एयरपोर्ट पर पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत से मिलने के लिए लोगो को जमावड़ा लगा रहा. एयरपोर्ट पर रवाना होने से पहले उन्होने मीडिया से भी काफी देर तक बातचीत की.

उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव सामने है तैयारियां चल रही है. जिस प्रकार के हालात बन रहे है देश में वो बहुत खतरनाक बन रहे है. लोगों को समझ में आ सकता है कि बिना संविधान के देश नही चल सकता है, कानून का राज होना आवश्यक है, तब जाकर सब सुरक्षित रह सकते है.

दूसरी बात यह है कि अहिंसा हो अब अगर माहौल तनाव का हो, भय का हो, ये डेमोक्रेसी के अन्दर मंजूर नही हो सकता है. डेमोक्रेसी का मतलब भी यही है कि सब खुलकर बात कर सके. संविधान और कानून के अनुसार चले. ईडी,आयकर व सीबीआई का दुरूपयोग कर आप सरकारे बदल रहे हो. विधायकों को तोड रहे हो, वरिष्ठ नेताओंको ले जा रहे हो हमारी पार्टी से. यह एक नई राजनीति शुरू हो गई है देश के अन्दर.

यह बहुत खतरनाक खेल है पैसों के बल पर कुछ भी संभव है. करोड़ो अरबों का मामला है इनके पास सामने कांग्रेस सहित विपक्ष के पास कुछ नहीं है. कोई भी चंदा देने से भी डरता है, चंदा दे दिया पांच लाख का तो भी प्रधानमंत्री को मालूम पड़ गया तो अभी ईडी आ जाएगी.

ये माहौल बना दिया देश के अन्दर अभी विधानसभा चुनाव के वक्त मेरे पास आए लोगों ने बताया कि हर बार छोटे मोटे चंदा देने वालो की लाइन लगती थी लेकिन इस बार वो लाइन गायब थी.

इसका मतलब इतना भय व डर है कि ये हमारे साथ कैसा व्यवहार करेंगे. इस माहौल में चुनाव हो रहे. मेरी सरकार में इतना काम हुआ और जो योजनाएं थी उनकी देशभर में चर्चा हो रही है. मैंने उस वक्त भी कहा था कि हम चुनाव हार गए है डर इस बात का नहीं है. हमारी सरकार की योजनाओं ने कीर्तिमान स्थापित किए.

चुनाव हारने व जीतने में कई फैक्टर काम करते है. हम चुनाव हार गए है जितना दुख हार का नहीं है उतना दुख देश के बदलते हालात का है. उनके लिए पब्लिक को आगे आना पडे़गा. युवाओं को समझना पडे़गा सही कौन गलत कौन है.

समझना पडे़गा धर्म के नाम पर जाति के नाम पर भड़का रहे है. आज उनको भी एज्युकेट करने का वक्त है प्रोफेसर, प्रेस और मीडिया के लोग है इन सबकी डयुटी बनती है. आजादी की जंग में मीडिया में अहम भूमिका निभा सकता है तो अब क्या है. अभी दबाव में क्यों है वो डरा हुआ है पूरे देश में एकतरफा चला रहा है.

मुझे यकीन है कि मेरी स्कीमें अच्छी थी नई सरकार को आए तीन माह में कुछ नहीं कर पाए है. मुझे यकीन है लोग याद कर रहे हमारी स्कीमों को अब मान रहे है गलती हो गई. इस माहौल में हम सब ढंग से मैदान में उतरे व उम्मीदवारों का ढंग से चयन करे तो अच्छे परिणाम आऐंगे राजस्थान में.

खाते सीज करने के सवाल पर बोले की लोकतंत्र की हत्या कर रहे है दो सौ तीन सौ करोड़ थे खाते में आप पुराने डयूज बता रहे है. आपने खाते सीज नहीं किए बल्कि 12- 13 जितने छोटे बडे़ खाते थे उनको सीज नहीं किया बल्कि पैसा निकाल लिया है.

आयकर को क्या अधिकार है पैसा निकालने का आप नोटिस दे सकते है खाते सीज कर सकते है लेकिन मैंने सुना है आप पैसो विड्रो कर रहे है. पता नहीं क्या हो रहा है देश के अन्दर अभी हम बोलते है तो कहते है कि राजनीतिक बात करते है यह राजनीतिक बात नही बल्कि देश के अन्दर हकीकत है.

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