Navgrah Upay:आपकी कुंडली में नवग्रहों की स्थिति ही ये तय करती है कि आप कैसी जिंदगी जीने वाले हैं. ग्रह अगर उत्तम स्थिति में हैं तो आपका जीवन भी उत्तम होगा लेकिन अगर ग्रहों की स्थिति कमजोर है तो फिर उससे जुड़ी परेशानी सामने आएगी. ऐसे में कुछ पेड़-पौधों को लगाने से आप इन परेशानियों से बच सकते हैं और सुखी जीवन जी सकते है.
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केतु पशु पक्षियों, वैराग्य, बीमारी, अकाल मृत्यु आदि का कारक है, केतु को उच्च करने के लिए कुश लगाना चाहिए.
राहु यात्रा, समाज और जाति का कारक होता है, जिस व्यक्ति का राहु कष्ट दे रहा हो, उसे चन्दन का वृक्ष लगाकर उसे भगवान को अर्पित कर देना चाहिए.
सूर्यपुत्र शनि दुख, दरिद्रता, आनादर, मृत्यु आदि के कारक हैं, जिस भी व्यक्ति को शनिदेव को प्रसन्न करना है, वो शनिवार के दिन शमी का वृक्ष लगाकर पूरे भक्ति भाव से उसकी पूजा करें.
शुक्र आकर्षण, विवाह, पत्नी, भोग-विलास आदि का कारक होता है. जिस भी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र कमजोर है वो गूलर के वृक्ष को लगा सकते हैं.
गुरु ज्ञान, विद्वता, बुद्धि आदि के कारक हैं, इन्हें सशक्त करने के लिए पीपल का रोपण और नियमित रूप से उसकी सेवा पूजा करें
बुध ग्रह शिक्षा, चातुर्य, वाणी, व्यापार आदि का कारक है. बुध को मजबूत करने के लिए अपामार्ग का वृक्ष लगाना अत्यंत लाभकारी होता है.
मंगल क्रोध, वीरता, शौर्य, शक्ति आदि का कारक होता है, मंगल को उच्च करने के लिए खदिर या शिशिर का वृक्ष लगाकर, उसकी सेवा पूजा करें
माता, मन, मानसिक स्तिथि और सुख का कारक चंद्रमा को माना जाता है, ये शीतलता के प्रतीक हैं. जिस जातक का चन्द्रमा कमजोर हो उसे पलाश का वृक्ष लगाना चाहिए.
सूर्य ग्रहों के देवता माने जाते हैं. सूर्य पिता, राजा, गर्मी, सम्मान के कारक है. अगर आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर है तो आप सफेद मदार का वृक्ष लगाकर उसकी देख रेख करें.
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