Constitution Day 2022: आज संविधान दिवस है और इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में आयोजित संविधान दिवस समारोह में शामिल हुए. पीएम मोदी ने इस अवसर पर ई-न्यायालय परियोजना के तहत कई पहलों की शुरुआत की, जिनमें ‘वर्चुअल जस्टिस क्लॉक’, ‘जस्टआईएस मोबाइल ऐप 2.0’, डिजिटल अदालतें और ‘एसथ्रीडब्ल्यूएएएस’ शामिल हैं. इस अवसर पर पीएम मोदी ने मुंबई आतंकी हमले में जान गंवाने वाले मृतकों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि हमारा संविधान आधुनिक विजन का है और फ्यूचरिस्टिक है. साथ ही उन्होंने कहा कि संविधान देश की बुनियाद है.
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी संविधान दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि संविधान हमारा मार्गदर्शक है, सुनहरे भविष्य का आधार है. उन्होंने कहा कि यह 130 करोड़ नागरिकों की आशाएं-अपेक्षाएं पूरी करने का माध्यम है, संविधान आदर्श मूल्यों को प्रोत्साहित कर न्याय, स्वतंत्रता, समानता सुनिश्चित करता है, हम संविधान को नमन करते हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस अवसर पर कहा कि संविधान भारतीय लोकतंत्र की प्राणशक्ति है, जो न सिर्फ हर नागरिक को समान अधिकार देता है बल्कि उन अधिकारों की रक्षा कर उन्हें आगे बढ़ने का अवसर भी देता है. उन्होंने कहा कि संविधान को बनाने में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों को वह नमन करते हैं और देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हैं.
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारतीय संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा है. उन्होंने संविधान दिवस के अवसर पर देश को प्रगतिशील संविधान देने वाले बाबासाहेब आंबेडकर समेत सभी देशभक्तों को नमन करते हुए संविधान दिवस और राष्ट्रीय कानून दिवस की शुभकामनाएं दीं.
भारतीय संसद ने 1967 में गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (Unlawful Activities (Prevention) Act-UAPA) को बनाया था. इस कानून में 2004, 2008, 2012 और 2019 में संशोधन किए गए, लेकिन 2019 में कठोर प्रावधान जोड़े गए थे, जिसके बाद से ही यह कानून राजनीतिक विवादों के केंद्र में रहा है. देश में जब भी UAPA कानून के तहत गिरफ्तारी होती है,
CAA-नागरिकता संशोधन कानून: यह कानून 2019 में बनाया गया था. इसमें तीन पड़ोसी देशों बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से भारत आए गैर-मुस्लिम प्रवासियों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है. इन देशों में हिंदू, बौद्ध, जैन, सिख, पारसी और ईसाई धर्म के लोग अल्पसंख्यक हैं. इसलिए, भारत में पांच साल पूरा कर चुके ऐसे शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी संविधान दिवस पर देशवासियों को शुभकानाएं दीं. नड्डा ने कहा कि संविधान दिवस भारत के लोकतंत्र की एकता, अखंडता और प्रगतिशीलता का आधार ग्रंथ हमारे संविधान को समर्पित है. अमृतकाल में आज हमारा देश 'पंच प्रण' को आत्मसात करने के संकल्प के साथ 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की दिशा में तेजी से अग्रसर है.
पीएम मोदी ने कहा कि सभी देशवासियों को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. 1949 में ये आज ही का दिन था, जब स्वतंत्र भारत ने अपने लिए एक नए भविष्य की नींव डाली थी. मैं आधुनिक भारत का सपने देखने वाले भबाबा साहेब अंबेडकर समेत संविधान सभा के सभी सदस्यों को, संविधान निर्माताओं को नमन करता हूं.
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