Jodhpur Cylinder Blast: दूल्हे राजा तैयार हो रहे थे...दोस्त बार-बार उसे छेड़ रहे थे...घर के एक हिस्से में दुल्हन के लिए ले जाया जाने वाला लाल जोड़ा रखा था तो दूसरी तरफ महिलाएं मंगल गीत गा रही थी. मुझे भी चलना है, कहकर छोटे-छोटे बच्चे अपने नए कपड़े पहनाने की जिद कर रहे थे. पूरे घर में खुशियों की चहल-पहल थी कि तभी कुछ ऐसा हुआ कि पूरे इलाके में चीखें गूंजने लगीं.
जहां खुशियों के मंगल गीत और गाने चल रहे थे, वहां चीख-पुकार मच गई थी. बारात निकलने से ठीक 2 घंटे से पहले दर्दनाक हादसे ने पूरे परिवार में कोहराम मचा दिया. जानकारी के मुताबिक, दूल्हे के कमरे के बाहर रखे 2 सिलेंडर में गैस लीक हो रही थी, जो कि कुछ देर बाद खाना बनाने वाले हिस्से में पहुंच गई. उसके बाद जो दर्दनाक मंजर हुआ, उसने सबको दहलाकर रख दिया.
नियति को खुशियां नहीं कुछ और मंजूर था. दो सिलेंडरों के ब्लास्ट होते ही घर ही नहीं, पूरे शहर में मातम छा गया. जो लोग खुशी से नाच रहे थे, वही लोग बचाओ-बचाओ कहते हुए पूरे घर में चिल्ला रहे थे. जोधपुर के शेरगढ़ के भूंगरा गांव का ये हादसा रोंगटे खड़ा देने वाला था. हादसे में 12 से ज्यादा लोगों के जान गंवाने की खबर है, वहीं, 60 से ज्यादा लोग जिंदगी की जंग से अस्पतालों में जूझ रहे हैं. दर्दनाक हादसे को बयां करने वाली कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिन्हें देखकर आपकी रूह भी कांप जाएगी.
जोधपुर सिलेंडर ब्लास्ट ने शादी में शामिल होने आए 20 से ज्यादा परिवारों को बुरी यादें दे दी हैं लेकिन जरा उस दूल्हे का हाल सोचिए, हादसे के बाद जिसकी शेरवानी उसके शरीर में चिपक गई. अंदर से हिलाकर रख देने वाले हादसे में घोड़ी चढ़ने से पहले दूल्हा भी अस्पताल में सांसों की जंग लड़ रहा है.
वैसे तो इस दर्दनाक मंजर के दुख को बयां करना मुश्किल है, लेकिन हादसे के बाद वहां की तस्वीरें देख लोगों की आंखें भीगी जा रही हैं. कहीं पर चूड़ियां बिखरी पड़ी हैं तो कहीं पर लाल जोड़ा. जिस आंगन से दूल्हे की बारात विदा होनी थी, उसी आंगन में हादसे के मृतक का शव चीख-चीखकर हादसे की भयावहता को बता रहा है.
बता दें कि सिलेंडर ब्लास्ट से लगी आग इतनी भीषण थी कि घर में दुल्हन के शगुन का सामान जिस बक्से में रखा था, वह तो जलकर ही खाक हो गया. उसके अंदर रखे सोने के गहने भी पिघलकर गायब हो गए.
फोटो में दिख रहा यह कमरा दूल्हे सुरेंद्र का है, जहां उसके दोस्त उसे शेरवानी और अन्य साज-सज्जा का सामान पहनाकर सजा रहे थे. जब आग लगी और बेचारे दूल्हे के शरीर पर भी जलती शेरवानी चिपक गई. दूल्हे सुरेंद्र का भी इलाज जारी है.
कहते हैं कि एक भाई की शादी में सबसे ज्यादा खुश उसकी बहन होती है. हादसे के बाद दूल्हे सुरेंद्र की बहन की आंखों के आंसू नहीं थम रहे हैं. उसका कहना है कि भाई के लिए अंगूठी लाई थी लेकिन अब हिम्मत नहीं हो रही है.
बारात निकलने से करीब 2 घंटे पहले हादसा हुआ. उससे कुछ देर पहले ही पूरे घर-परिवार के नये कपड़े एक जगह इकट्ठे किए गए थे ताकि किसी को कुछ ढूंढना ना पड़े. कपड़े भी जलकर खाक हो गए, पहनने वाले भी अस्पताल में जूझ रहे हैं.
मातम की खामोशी की चीख-चीख कर बयां करता यह वही आंगन है, जहां 8 दिसंबर को दोपहर तक खुशी का माहौल था. लोग नाच-गा रहे थे. नए-नए कपड़े पहने हुए थे. मिठाई बंट रही थी लेकिन आज वहां सन्नाटा पसरा है.
रसोई की फोटो देखकर आप समझ सकते हैं कि वहां काम कर रहे लोगों का क्या हाल हुआ होगा?
जोधपुर में हुए सिलेंडर ब्लास्ट की दर्दनाक तस्वीरों में एक तस्वीर लाल जोड़े की है, जिसमें बिंदियां, सिंदूर और चूड़ियां है. माना जा रहा है कि यह किसी को तोहफे में देने के लिए रखी गई होगी.
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