राधा अष्टमी का पर्व हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल 11 सितंबर 2024, बुधवार को राधा अष्टमी का व्रत रखा जाएगा.
इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और राधा-श्याम की विशेष पूजा अर्चना करते हैं. लेकिन इस व्रत का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए इस दिन आपको कुछ बातों का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है.
व्रत के दौरान खान-पान में अनुशासन रखें और केवल फल, दूध, या उपवासी भोजन का सेवन करें. साथ ही तामसिक चीजों से दूरी बनाकर रखें.
व्रत के दिन शारीरिक और मानसिक रूप से शुद्ध रहना महत्वपूर्ण है. स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और मन को शांत रखें. इस दिन किसी के बारे में बुरा सोचने और बोलने से बचें.
राधा अष्टमी के दिन राधा जी के भजन और कीर्तन करें. इससे मन को शांति मिलती है और भक्ति भाव जागृत होता है. साथ ही धार्मिक ग्रंथों, विशेषकर श्रीमद्भगवद गीता और राधा-कृष्ण की कथा का अध्ययन करें.
व्रत के दिन अपने हाथ से बनाए गए प्रसाद का भोग राधा जी को अर्पित करें और फिर खुद भी उसका सेवन करें. प्रसाद में सादा और पौष्टिक चीजें शामिल करें, जैसे फल, दूध, या घी से बनी मिठाइयां.
इस दिन जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र या अन्य उपयोगी वस्त्रों का दान करें. साथ ही आश्रम या धार्मिक स्थलों में स्वेच्छा से सेवा का कार्य करें.
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