Jaisalmer News: स्वर्ण नगरी जैसलमेर को सजाने संवारने का बीड़ा इन दिनों जैसलमेर नगर परिषद ने उठाया हुआ है. कबाड़ से खूबसूरत मूर्तियां बनाकर सुंदर बनाने का बीड़ा उठाया है.
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Jaisalmer News: स्वर्ण नगरी जैसलमेर को सजाने संवारने का बीड़ा इन दिनों जैसलमेर नगर परिषद ने उठाया हुआ है. जिसके लिए वहीं नगरपरिषद इन दिनों काफी मशक्कत कर रही है. टूरिस्ट मोन्युमेंट्स को और ज्यादा सुंदर और अकर्षक बनाने के लिए नगरपरिषद काफी प्रयास कर रही है. जैसलमेर आ रहे सैलानियों को बेहतरीन एहसास के लिए नगरपरिषद कबाड़ से खूबसूरत मूर्तियां आदि बनाकर उनको टूरिस्ट मोन्युमेंट्स और पार्कों सहित अन्य जगहों पर लगा रही है. स्क्रेप से बनी किन चीजों से सैलानियों के साथ साथ स्थानीय निवासियों को भी आकर्षित किया है. सैलानी इनके साथ सेल्फी लेकर अपने जैसलमेर के पलों को यादगार बना रहे हैं.
पशु-पक्षी और इन्सानों की मूर्तियां
जैसलमेर नगर परिषद आयुक्त लजपाल सिंह ने बताया कि शहर के चौराहों तथा पार्को में आर्टिफिशियल पशु पक्षियों की आकृतियां लगाई जा रही है जो यहां के बाशिंदों के साथ साथ पर्यटकों को भी आकर्षित करेगी. उन्होंने बताया कि नगर परिषद के जरिए शहर के सौंदर्यीकरण को लेकर कई प्रयास किए जा रहे है. नगर परिषद के जरिए चौराहे का रूप निखारने के लिए जहां करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है. वहीं एयरफोर्स चौराहे और जवाहरलाल नेहरू पार्क के लिए वायर फिगर आर्टिफिशियल ग्रास से पशु- पक्षियों की भी तैयार करवाया जा रहा है. इसके लिए करीब 5 लाख रुपए की लागत के साथ इन दो जगहों के लिए नगर परिषद के जरिए हाथी, घोड़ा, ऊंट, मोर व अन्य पशु-पक्षियों की आकृतियां बनवाई जा रही है. जो शहर के सौंदर्य में चार चांद लगा देगी.
20 कारीगर कर रहें काम
आयुक्त लजपाल सिंह ने बताया कि नगर परिषद के जरिए गड़ीसर चौराहे पर पहले जो कबाड़ से बनी चीजें लगाई गई है उसे लोगों ने बहुत पसंद किया. उससे इंस्पायर होकर दिल्ली के कारीगर और भी मूर्तियां आदि बनाने का काम किया जा रहा है ताकि अन्य जगहों पर भी उनको शिफ्ट किया जा सके. उन्होंने बताया कि पशु पक्षी आदि बनाकर उनको एयरफोर्स चौराहे के आस-पास और जवाहरलाल नेहरू पार्क में लगाएं जाएंगे. उन्होंने आगे बताया कि जैसलमेर नगर परिषद ने कबाड़ में पड़े नाकारा हो चुके सामान से खूबसूरत स्टैच्यू बनाने का काम शुरू किया है. जिसे शहर के पर्यटन स्थल पर सजाया जाएगा.
नगर परिषद ने इसके लिए दिल्ली से करीब 20 कारीगरों को बुलाया है. नगर परिषद के कबाड़ से टायर, लोहे के एंगल और कई स्क्रैप को इकट्ठा करके उसे एक खूबसूरत कलाकृति में ढालने में जुटे हुए हैं. उन्होने बताया कि इस तरह कई तरह के कबाड़ से ये टीम बढ़िया चीजें बनाने का काम करती है. इससे हमारे दो फायदे होते हैं. एक तो हमारा बेकार सामान काम में आ जाता है. साथ ही बढ़िया स्टैच्यू भी बन जाते हैं जो शहर की सुन्दरता को भी बढ़ाएंगे. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में और भी कई स्टैच्यू बनाएंगे तथा शहर में और पर्यटन स्थलों पर लगाएंगे.
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