Jhunjhunu News: आज अक्षय तृतीया है. इस दिन बिना किसी मुर्हूत के कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है, तो वहीं आज के दिन सोना खरीदने की भी मान्यता है. धारणा है कि आज के दिन सोना खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है. वहीं निवेश के लिहाज से देखा जाए तो सोने की कीमत कभी इतनी कम नहीं होती कि खरीदारी करने के बाद घाटे जैसी स्थिति आ जाए.
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Jhunjhunu News: आज अक्षय तृतीया है. इस दिन बिना किसी मुर्हूत के कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है, तो वहीं आज के दिन सोना खरीदने की भी मान्यता है. धारणा है कि आज के दिन सोना खरीदने से घर में सुख-समृद्धि आती है. वहीं निवेश के लिहाज से देखा जाए तो सोने की कीमत कभी इतनी कम नहीं होती कि खरीदारी करने के बाद घाटे जैसी स्थिति आ जाए. कभी कभार कीमतें ऊपर नीचे होती हैं. लेकिन फिर भी हर हाल में सोने की कीमतें बढ़ती ही रहती हैं. इसलिए निवेश के लिहाज से भी अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का प्रचलन बढ़ गया है.
सोना खरीदारी को लेकर झुंझुनूं में भी उत्साह देखा जा रहा है. झुंझुनूं के ज्वैलरी शॉप्स और शोरूम में सुबह से महिला कस्टमर्स की लाइन लगी हुई है. इस बार ज्वैलरी के साथ-साथ महिलाओं में सोने के सिक्के और सोने के बिस्किट खरीदने को लेकर क्रेज देखा जा रहा है. युवा ज्वैलरी व्यवसायी निमित अग्रवाल ने बताया कि अक्षय तृतीया को लेकर ना केवल सोने की लेटेस्ट डिजाइन्स की ज्वैलरी बनवाई गई है. बल्कि सोने के सिक्के और सोने के बिस्किट अलग-अलग वजनों में बनवाए गए हैं.
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जिन्हें लेकर काफी डिमांड आ रही है. उन्होंने बताया कि पहले तो सोना केवल विवाह-शादी या फिर अन्य कोई शुभ कार्य में खरीदा जाता था. लेकिन अब धनतेरस की तरह अक्षय तृतीया पर भी सोने की खूब खरीदारी होती है. इसके अलावा ज्वैलरी की बात करें, तो कोलकाता की प्रसिद्ध ज्वैलरी की भी डिमांड है. इधर ज्वैलरी की खरीदारी करने आई महिलाओं ने भी अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की मान्यताओं को बताया. उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया का मतलब है कि क्षय ना हो अक्षय है. इसलिए आज के दिन खरीदा गया सोना या फिर कोई अन्य धातु कभी क्षय नहीं होती है. इसके अलावा घर की सुख-समृद्धि भी अक्षय रहती है.
सोने की खरीदारी करने कुछ बहू अपनी सास के साथ भी पहुंची. ऐसी बुजुर्ग महिलाओं ने बताया कि वे दो-तीन पीढियों से लगातार अक्षय तृतीया के दिन सोने की खरीदारी करती हैं. इस बार भी जो समझ में आएगा वो खरीदेगी. लेकिन खरीदेगी जरूर. क्योंकि यह उनके परिवार की परंपरा है. जिसे ना केवल वह खुद निभा रही है. बल्कि अपनी बहू को निभाने के लिए प्रेरित कर रही है. महिलाओं ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन ही सतयुग शुरू हुआ था. जो एक स्वर्ण युग था.
इसलिए आज के दिन सुख, शांति और समृद्धि का प्रतीक सोना खरीदा जाता है. आज के दिन ही ना केवल परशुरामजी की पूजा होती है, बल्कि धन की देवी लक्ष्मी और विष्णु भगवान की भी पूजा होती है. सारे शुभ काम आज के दिन ही होते हैं. इसलिए सोना खरीदकर हम अपनी सुख-समृद्धि को अक्षय रखने की कामना करते हैं. आज के दिन सोना खरीदने से पूरे साल घर में सुख, शांति और समृद्धि होती है. महिलाओं ने यह भी कहा कि अक्षय तृतीया पावन उत्सव है. कुछ भी खरीदो शुभ होता है. लेकिन सोना तो खुद ही शुभ है. इसलिए सोना खरीदा जाता है.
सोना अब ना केवल पहनने के काम आता है. बल्कि निवेश के लिए भी सबसे बेस्ट ऑप्शन बन चुका है. अब अक्षय तृतीया पर भी ज्वैलरी का व्यापार गुलजार हो गया है. इस दिन की तैयारी जिस हिसाब से ज्वैलरी के व्यापारी करते है. तो खरीदारी के लिए उतना ही उत्साह महिलाओं में भी होता है. पुरुष भी सुख-समृद्धि को देखते हुए सिक्के आदि खरीदने पर जोर देते हैं. ज्वैलरी व्यवसायी बताते हैं कि पिछली बार अक्षय तृतीया पर सोने की कीमत 61 हजार रूपए प्रति 10 ग्राम थी. जो इस बार 71 हजार रूपए प्रति 10 ग्राम है. इसलिए यह स्पष्ट है कि सोना निवेश के लिहाज से भी सबसे बेस्ट ऑप्शन है.