पचेरी के 124 साल पुराने ठाकुर जी मंदिर से निकाली राधा-कृष्ण की झांकी
झांकी ठाकुर जी मंदिर से होती हुई, पुराने बाजार और फिर बस स्टैंड से वापस साई मंदिर होती हुई ठाकुर मंदिर पहुंची.
Surajgarh: झुंझुनूं के पचेरी कलां में जन्माष्टमी का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया. इस दौरान पचेरी कलां में पहली बार राधा-कृष्ण की जोड़ी के साथ-साथ यशोदा और नटखट बाल-गोपाल के रूप में झांकी निकाली गई. झांकी पचेरी के 124 साल पुराने ठाकुर जी मंदिर से शुरू की और पुराने बाजार से होते हुए नए बाजार के बीचों बीच बस स्टैंड से वापस साई मंदिर होती हुई ठाकुर मंदिर पहुंची. झांकी के दौरान बाल रूप में बने राधा कृष्ण ने रास्ते में सभी जगह फल, माखन और मिश्री का प्रसाद हर दुकानदार और ग्रामीणों को वितरित किया.
इस दौरान डॉ कृष्ण और सीमा देवी ने नन्हें-मुन्ने राधा कृष्ण बाल रूप में बनी यशोदा मइया बाल कान्हा को माला पहनाकर सम्मान किया. ग्रामीण प्रकाश गुप्ता ने बताया कि पचेरी में पहली बार झांकी का आयोजन किया गया है, जिसमें महिलाओं और बच्चों में खासा उत्साह देखने को मिला. यह पहला प्रयास है आने वाले समय में धार्मिक अनुष्ठानों में पचेरी नए कीर्तिमान स्थापित करेगा. वही रात में ठाकुर जी मंदिर में भजनों की गंगा में अनेक भक्तो ने कृष्ण लीला के संग डुबकी लगाई.
कलाकार मुरली महरनिया ने कान्हा के भजनों पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर माहौल को कृष्णमय बना दिया. इस मौके पर बाल कलाकार में बानी डोकानिया, हार्दिक शर्मा, जिया डोकानिया, सार्दिक शर्मा ने अपनी प्रस्तुति दी। प्रोग्राम में विष्णु दत्त शर्मा, मुकेश सैन, मनीष, जोगेंद्र राजपूत, अंकित स्वामी, पवन शर्मा, राकेश कुमावत, आशीष डुगु बदोपुरिया, गोपी सैन, प्रमोद सैन, संतोष गुसाईं, ममता देवी, लक्ष्मी देवी और संतोष देवी मौजूद रहे.
Reporter- Sandeep Kedia
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