लूणी में झमाझम बरसे बादल, तालाब की तरह नजर आने लगे खेत
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लूणी में झमाझम बरसे बादल, तालाब की तरह नजर आने लगे खेत

क्षेत्र में हो रही बारिश से सड़कों पर पानी बहना शुरू हो गया. तालाबों में भी पानी की आवक शुरू हो गई है. खेत भी फिलहाल तालाब के समान नजर आ रहे हैं. जोधपुर शहर में हालांकि बारिश का मौसम बना हुआ है, लेकिन बादल बरसने का नाम नहीं ले रहे हैं.

लूणी में झमाझम बरसे बादल, तालाब की तरह नजर आने लगे खेत

Luni: जोधपुर जिले के धवा क्षेत्र में सोमवार देर रात को दो घंटे तक तेज हवा के साथ जमकर बादल बरसे. इस बार प्री-मानसून की एक झमाझम बारिश का इंतजार है ताकि उमस भरी भीषण गर्मी से कुछ राहत मिल सके, वहीं धवा क्षेत्र में सोमवार रात को बादल जमकर बरसे.

इन क्षेत्र में हो रही बारिश से सड़कों पर पानी बहना शुरू हो गया. तालाबों में भी पानी की आवक शुरू हो गई है. खेत भी फिलहाल तालाब के समान नजर आ रहे हैं. जोधपुर शहर में हालांकि बारिश का मौसम बना हुआ है, लेकिन बादल बरसने का नाम नहीं ले रहे हैं.

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पानी का संकट दूर होगा
ग्रामीण क्षेत्र में हुई जोरदार बारिश के बाद खेत तालाब की तरह नजर आ रहे हैं. जोधपुर के धवा, मैलबा, राजेश्वर नगर, सिनली, रोहिचा क्षेत्र में रात बारिश का दौर शुरू हुआ. कभी तेज तो कभी धीमी रफ्तार के साथ बारिश का दौर करीब 3 घंटे तक जमकर बारिश हुई. वहीं अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे. बारिश से खेतों में भी पानी नजर आने लग गया है, वहीं तालाबों में पानी की आवक शुरू होने से पशुओं के पीने के पानी का संकट दूर होगा.

दूसरी तरफ जोधपुर शहर में प्री मानसून के बादलों मेहरबान होने का इंतजार चल रहा है. अभी तक शहर के कुछ हिस्सों में एक दिन बारिश हुई थी लेकिन अभी तक एक साथ पूरे शहर पर बादल जमकर नहीं बरसे है. वहीं, सोमवार सुबह से बादलों ने डेरा जमा रखा है, लेकिन बादल बरसने का नाम नहीं ले रहे हैं. बादलों के कारण कभी मौसम बनता है लेकिन थोड़ी देर में बादल बिखर जाते हैं. बादलों की आवाजाही के कारण बारिश नहीं हो रही है.

जोधपुर जिले के धवा गांव के खेतों में भरा पानी
हवाओं का रुख दक्षिणी चल रहा है और अरब सागर से लगातार नमी और बादल राजस्थान की तरफ बढ़ रहे हैं. यही वजह है कि मानसून के राजस्थान में प्रवेश से पहले अच्छी बारिश की संभावना बन जाती है. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो 20 से 25 जून के बीच दक्षिणी व पूर्वी राजस्थान में मानसून दस्तक देगा. वहीं शेष राजस्थान में भी जून के आखिरी सप्ताह अथवा जुलाई के पहले दो-तीन दिनों में मानसून प्रवेश होगा. अमूमन मारवाड़ में मानसून जुलाई के पहले सप्ताह में आता है. पिछले 14 सालों में दो बार मानसून ने अरब सागर की ब्रांच के सक्रिय होने से राजस्थान में अच्छी बारिश हो चुकी है. ये परिस्थितियां 2008 व 2017 में बनी थीं.

धवा क्षेत्र में दो घंटे झमाझम बारिश
धवा लंबे इंतजार के बाद सोमवार रात्रि को 12 बजे से 3 बजे तक करीब 3 घंटे हुई झमाझम बारिश ने क्षेत्र में पानी -पानी कर दिया. बारिश से लोगों को जहां गर्मी से राहत मिली और किसानों के चेहरे खिल गए. वहीं दूसरी तरफ मार्केट, गलियों और सड़कों पर जलभराव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

किसानों का कहना है कि फसल बुवाई के टाइम पर बारिश हुई है, जिनसे अच्छी फसलें होने की उम्मीद है. किसानों के मुताबिक, पिछले 10 सालों में यह पहली बार फसल बुवाई के टाइम धवा क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई. किसानों के खेतों को पानी से लबालब कर दिया. किसानों के खेत तालाब की तरह नजर आने लगे हैं.

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