टोडाभीम के मंदिर में बांके बिहारी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा पर निकाली गई कलश यात्रा
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टोडाभीम के मंदिर में बांके बिहारी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा पर निकाली गई कलश यात्रा

Karauli: टोडाभीम कस्बे के नाहर खोहरा रोड पर स्थित कोठी वाले हनुमान मंदिर के पास श्री गोपाल बिहारी जी मंदिर में बांके बिहारी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का रविवार को शुभारम्भ किया गया . इस अवसर पर गाजे बाजे और डीजे के साथ भव्य विशाल कलश यात्रा निकाली गई . 

 

टोडाभीम के मंदिर में बांके बिहारी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा पर निकाली गई कलश यात्रा

Karauli, Todabhim: टोडाभीम कस्बे के नाहर खोहरा रोड पर स्थित कोठी वाले हनुमान मंदिर के पास श्री गोपाल बिहारी जी मंदिर में बांके बिहारी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का रविवार को शुभारम्भ किया गया . इस अवसर पर गाजे-बाजे और डीजे के साथ भव्य विशाल कलश यात्रा निकाली गई . जिसमें कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया . 

कलश यात्रा में 501 महिलाएं अपने सिर पर कलश रखकर गाजे-बाजे एवं डीजे के साथ मंगल गीत गाते हुए चल रही थी . वही इस अवसर पर जमकर आतिशबाजी भी की गई . कलश यात्रा के शुभारंभ से पूर्व कस्बे की पुरानी अनाज मंडी में स्थित मंदिर में घनश्याम दास शास्त्री व पंडितो के द्वारा विधि विधान से मंत्रोचारण के साथ ठाकुर जी की पूजा अर्चना करवाई गई . 

इस दौरान वृन्दावन से पधारी एक मंडली के द्वारा गोविंद नाम संकीर्तन किया . जिसमें महिला पुरुष भक्तो ने गोविंद नाम संकीर्तन में झूमते हुए जमकर नृत्य किया और माहौल धर्ममय हो गया . कलश यात्रा कस्बे मुख्य चौराहे से होती हुई पंचायत समिति,पॉवर हाऊस रोड से गणेश मंदिर होती हुई नाहर खोहरा रोड पर स्थित श्री गोपाल बिहारी जी मंदिर में पहुची. 

इस दौरन कलश यात्रा का कस्बे में जगह जगह पुष्प वर्षा कर एवं अल्पाहार देकर भव्य स्वागत किया गया . कलश यात्रा के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन के द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए कस्बे की मुख्य जगहों सहित रास्ते में जगह-जगह पुलिस के जवान तैनात रहे . आचार्य घनश्याम दास शास्त्री ने बताया कि श्री बाँके बिहारी जी महाराज की मूर्ती प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पांच दिन तक विशेष पूजा अर्चना करवाई जायेगी . जिसमें गणपति पूजन, देव आवाहन शिव अभिषेक जलधारा एवं हनुमान चालीसा का पाठ विद्वान पंडितों के द्वारा पूर्ण विधि-विधान एवं मंत्रोच्चारण के साथ किया जाएगा. 6 मार्च सोमवार को श्री बांके बिहारी जी का जलाधिवास व अन्नाधिवास, गन्ने के रस से शिव अभिषेक और हनुमान जी का हनुमान बाहुक पाठ किया जाएगा. 

7 मार्च मंगलवार को श्री बांके बिहारी जी का शर्कराधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास, वृताधिवास, महास्नान एवं शहद द्वारा शिव अभिषेक तथा हनुमान चालीसा का हनुमान स्त्रोत सतनाम किया जाएगा. 8 मार्च बुधवार को देवन्यास, प्राण प्रतिष्ठा, मांगलिक उत्सव, शैयाधिवास, शिवशंकर भगवान का अभिषेक दूध से, हल्दी रस्म, मेहंदी रस्म व महिला संगीत व हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा तथा 9 मार्च गुरुवार को दोपहर 12:30 से हरि इच्छा तक भक्तों के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा.

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