Rajasthan Lok Sabha chunav Results 2024: राजस्थान में नहीं काम आया PM मोदी का जीत का मंत्र, इस वजह से हो गया 'खेला'
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Rajasthan Lok Sabha chunav Results 2024: राजस्थान में नहीं काम आया PM मोदी का जीत का मंत्र, इस वजह से हो गया 'खेला'

Rajasthan Lok Sabha chunav Results 2024: राजस्थान में PM मोदी का जीत का मंत्र नहीं काम आ सका. जानिए किस वजह से राजस्थान में बीजेपी को सिर्फ 14 ही सीटें मिल सकी.

Rajasthan Lok Sabha chunav Results 2024: राजस्थान में नहीं काम आया PM मोदी का जीत का मंत्र, इस वजह से हो गया 'खेला'

Rajasthan Lok Sabha chunav Results 2024: राजस्थान लोकसभा चुनाव का परिणाम आ चुका है. बीजेपी का जीत की हैट्रिक का सपना सपना ही रह गया. राजस्थान में बीजेपी 25 में से मात्र 14 सीटें ही ला सकी. ये आंकड़े चौंकाने वाले इसलिए भी हैं कि बीजेपी ने 2014 और 2019 में राजस्थान में विपक्षी दलों को क्लीन स्वीप दिया था यानी सभी की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी.

क्या रहा हार का मुख्य कारण

सियासी गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी की हार का कारण जिताऊ उम्मीदवार की जगह अन्य उम्मीदवार को टिकट देना रहा है. चूरू सीट की बात करें तो  चूरू सीट से 2014 और 2019 में लगातार राहुल कस्वां की जीत हुई थी लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस ने उन पर विश्वास जताया और उनकी जीत हुई. ऐसा ही भरतपुर में भी हुआ. वहीं भरतपुर सीट की बात करें तो रंजीता कोली का टिकट कटना भी बीजेपी को भारी पड़ गया.

5 विधायक बने सांसद

हनुमान बेनीवाल, हरीश मीणा, राजकुमार रोत, मुरारी लाल मीणा, बृजेंद्र ओला की चुनाव में जीत हुई है. बता दें कि हनुमान बेनीवाल खींवसर से, हरीश मीणा देवली से,  राजकुमार रोत चौरासी से, मुरारी लाल मीणा दौसा से और झुंझुनूं  से बृजेंद्र ओला अब विधायक के पद से इस्तीफा देकर जनता की आवाज लोकसभा में पहुंचाएंगे.

इंडिया गठबंधन ने किया खेला

चर्चा इस बात को लेकर भी है कि इस बार विपक्ष ने पूरी ताकत झोंक कर लोकसभा में जीत का प्रयास किया और इसी वजह से जनता ने बीजेपी के साथ खेला कर दिया. कहीं ना कहीं ये भी कहा जा रहा है कि बीजेपी के 'तानाशाही' रवैये के कारण बीजेपी को राजस्थान में इस कदर हार का मुंह देखना पड़ा. 

राजस्थान में कहां से कौन जीता

अजमेर-भागीरथ चौधरी (बीजेपी)
उदयपुर-मन्नालाल रावत (बीजेपी)
पाली-पीपी चौधरी (बीजेपी)
राजसमंद-महिमा विश्वेश्वर सिंह (बीजेपी)
कोटा-ओम बिड़ला (बीजेपी)
बीकानेर (एससी)-अर्जुनराम मेघवाल (बीजेपी)
चित्तौड़गढ़-सीपी जोशी (बीजेपी)
जालोर-लुंबाराम चौधरी (बीजेपी)
जयपुर ग्रामीण -राव राजेंद्र (बीजेपी)
झालावाड़-बारां-दुष्यंत सिंह (बीजेपी)
जोधपुर-गजेंद्र सिंह शेखावत (बीजेपी)
अलवर- भूपेंद्र यादव (बीजेपी)
भीलवाड़ा-दामोदर अग्रवाल (बीजेपी)
जयपुर-मंजू शर्मा (बीजेपी)

चूरू-राहुल कस्वां (कांग्रेस)
भरतपुर (एससी)-संजना जाटव (कांग्रेस)
श्री गंगानगर (एससी)-कुलदीप इंदौरा (कांग्रेस)
झुंझुनूं-बृजेंद्र ओला (कांग्रेस)
करौली-धौलपुर (एससी)-भजनलाल जाटव (कांग्रेस)
बाड़मेर- उम्मेदाराम बेनीवाल (कांग्रेस)
दौसा-मुरारी लाल मीणा  (कांग्रेस)
टोंक-सवाई माधोपुर-हरीश मीणा (कांग्रेस)

बांसवाड़ा-राजकुमार रोत (इंडिया गठबंधन)
नागौर- हनुमान बेनीवाल (इंडिया गठबंधन)
सीकर-अमराराम (इंडिया गठबंधन)

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