Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव में हैट्रिक लगाने में जुटी राजस्थान भाजपा मिशन -25 को पूरा करने किसी प्रकार की बाधा नहीं चाहती है. यही कारण है कि बीजेपी अपने रूठों को मनाने में लगी है. विधायक बाबू सिंह राठौड़, चंद्रभान आक्या के बाद बीजेपी दूसरे निर्दलीय विधायकों और अन्य नाराज नेताओं से सम्पर्क किया जा रहा है.
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Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव में हैट्रिक लगाने में जुटी राजस्थान भाजपा मिशन -25 को पूरा करने किसी प्रकार की बाधा नहीं चाहती है. यही कारण है कि बीजेपी अपने रूठों को मनाने में लगी है. विधायक बाबू सिंह राठौड़, चंद्रभान आक्या के बाद बीजेपी दूसरे निर्दलीय विधायकों और अन्य नाराज नेताओं से सम्पर्क किया जा रहा है. इस सियासी महाभारत में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार ''श्रीकृष्ण'' की तरह भूमिका निभा रहे हैं.
भाजपा ने देश में 370 और एनडीए 400 पार का लक्ष्य तय किया हुआ है. वहीं दूसरी ओर दो बार से लगातार राजस्थान की सभी 25 की 25 लोकसभा सीटें जीत रही भाजपा ने तीसरी बार मिशन 25 का टारगेट लिया है. मिशन 25 को पूरा करने के लिए बीजेपी हर संभव कोशिश कर रही है. यही कारण है कि दूसरे दलों के प्रभावशाली नेताओं को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करवाने के साथ ही विधानसभा चुनावों में बीजेपी से बगावत कर चुनाव लड़े और निर्दलीय चुनाव जीतने वाले विधायकों से सम्पर्क किया जा रहा है.
इसका कारण यह है कि बीजेपी के मिशन 25 में किसी प्रकार का खलल नहीं पड़े और पार्टी लक्ष्य को पूरा कर सके. इसके लिए अलग अलग प्रकार और नेताओं के जरिए निर्दलीयों को पुचकारा जा रहा है.
पहले शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने जोधपुर संसदीय सीट से प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ सार्वजनिक रूप से नाराजगी जताई थी. इसको देखते हुए जोधपुर सीट पर पड़ने वाले असर के कारण पार्टी में चिंता की लकीरें खिंच गई थी, हालांकि तुरंत बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मध्यस्थता में शेखावत और राठौड़ में समझौता हुआ.
चंद्रभान सिंह आक्या ने दिखाए बागी तेवर
इसी तरह चित्तौड़गढ़ से निर्दलीय विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने अपने बागी तेवर दिखाए और समर्थकों से चर्चा कर चुनाव लड़ने के संकेत दिए. चितौड़गढ़ से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के पसीने छूट गए. विधायक और पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी पहल करते हुए चंद्रभान आक्या को लेकर ओटीएस पहुंचे. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कहने पर आक्या और जोशी में सुलह हुई और आक्या ने जोशी चुनाव में सहयोग की सहमति दी.
इस बीच बाडमेर के शिव से विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने देव- दर्शन यात्रा निकालकर लोकसभा चुनाव लड़ने पर निर्णय लेने की बात कही. इसको लेकर बीजेपी नेताओं में हलचल बढ़ी. इस बीच सोमवार को रवींद्र सिंह भाटी अचानक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मिलने सीएमआर पहुंचे. भाटी की सीएम से हुई मुलाकात पर अभी कुछ भी नहीं बोला, लेकिन कहीं न कहीं यह मुलाकात बीजेपी के मिशन 25 के तहत शुरु किए गए प्लान का ही हिस्सा है.
राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार हनुमानगढ़ से गणेशराज बंसल, बयाना से रितु बनावत, डीडवाना से युनूस खान, शिव से रवींद्र सिंह भाटी, बाडमेर से डॉ प्रियंका चौधरी, सांचौर से जीवाराम चौधरी , चितौड़गढ़ से चंद्रभान सिंह आक्या, भीलवाड़ा से अशोक कोठारी निर्दलीय विधायक चुने गए हैं. इनमें गणेशराज बंसल को छोड़ दें तो शेष सभी सात निर्दलीय विधायक भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़े और जीते हैं. बीजेपी नेता इन सभी से सम्पर्क साध रहे हैं ताकि सम्बंधित लोकसभा क्षेत्रों में किसी प्रकार से कोई बाधा उत्पन्न नहीं हो.
इधर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने चंद्रभान आक्या से सहमति के सवाल पर बोला कि न केवल यह मामला ऐसे जितने भी निर्दलीय विधायक हैं, उनसे चर्चा होगी वैचारिक रूप से हमारे साथ रहे हैं आगे भी वैचारिक रूप से पार्टी के साथ जाएंगे.