मेड़ता में एक अपराधी को पकड़ने गयी मेड़ता पुलिस के साथ मारपीट और छीना झपटी हुई है लेकिन सांसद हुनमान बेनीवाल का कहना है कि पुलिस निर्दोषों को परेशान कर रही है .
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Merta City News : राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता थाना क्षेत्र के डांगावास गांव में पुलिस के साथ धक्का मुक्की करने और राज कार्य में बाधा पहुंचाने के मामला सामने आया. मेड़ता सीआई रोशनलाल ने बताया कि मेड़ता थाना क्षेत्र मे 10 सितंबर को बजरी रॉयल्टी ठेकेदार ने रॉयल्टी नाके पर तोड़फोड़ और मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था.
पुलिस उसी मामले के कल रात को वांछित आरोपी राणेश को पकड़ने गई थी. सूचना मिली थी कि वह अपने गांव में है. जब पुलिस राणेश को पकड़ने के लिए घर में जाने लगी तो वहां राणेश के परिजनों ने पुलिस के राजकार्य में बाधा उत्पन्न की. पुलिस को तलाशी नहीं लेने दी गयी. वीडियोग्राफी कर रहे पुलिस के कर्मचारी के साथ मारपीट और धक्का-मुक्की की गयी और मोबाइल भी छीन लिया गया.
जिस पर पुलिस ने राजकार्य में बाधा और पुलिस पर हमले का प्रकरण दर्ज किया है. वहीं मेड़ता पुलिस ने घर के मुखिया बाबूलाल सहित सात-आठ अन्य नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर किया है. बीती रात को पुलिस पर हुए हमले के बाद पुलिस ने अतिरिक्त जाब्ता बुलाया और घटनास्थल के निरीक्षण के लिए जाब्ते के साथ पुलिस पहुंची थी.
इस मामले में अनुसंधान प्रक्रिया के तहत पुलिस ने दो महिलाओं और एक पुरुष को निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए 151 में गिरफ्तार किया है. वहीं वहां घरों के बाहर खड़े कुल 8 वाहन भी जब्त किए गए है, इन वाहनों में दो ट्रैक्टर, दो कैम्पर, दो बाइक, एक बुलट और एक स्कॉर्पियो गाड़ी शामिल है.
सांसद हनुमान बेनीवाल ने पुलिस पर उठाए सवाल
नागौर जिले के आधा दर्जन से अधिक थानों की पुलिस भारी लवाजमे के साथ जिस तरह हार्डकोर अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करने जाती है, उसी तर्ज पर गलत तरीके से मेड़ता क्षेत्र के डांगावास गांव के किसानों की ढाणियों में पहुंचकर जिस प्रकार अभद्रता के साथ निर्दोष किसानों और जाट समाज की महिलाओं को बिना किसी अपराध के जबरन पुलिस की गाड़ियों में उठाकर थानों में लेकर गए और मेड़ता थाना अधिकारी सहित अन्य पुलिस अधिकारियों और पुलिस कार्मिकों ने एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बहाने प्रदेश के सबसे बड़े बजरी माफिया को खुश करने के लिए जो तांडव मचाया वो निंदनीय है.
वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रकरण को लेकर नागौर जिला पुलिस अधीक्षक से दूरभाष पर वार्ता कर निर्दोष किसानो और महिलाओं को रिहा करने और बोलेरो और ट्रेक्टर सहित अन्य जब्त किए गए वाहनों को भी छोड़ने की बात कही है.
वही सांसद ने कहा कि हम कानून व्यवस्था बनाए रखने के पक्षधर है, मगर एक बजरी माफिया को खुश करने के लिए पुलिस यदि निर्दोष लोगो को तंग करेगी तो आम जन चुप नही बैठेगा. आगामी दिनों में मेड़ता क्षेत्र में बजरी माफियाओं के विरुद्ध बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
रिपोर्टर - दामोदर ईनाणिया