जोधपुर की रहने वाली राजस्थानी कॉमेडियन एक्ट्रेस के साथ पाली के एक फोटोग्राफर ने तीन साल तक शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा. एक्ट्रेस ने जब युवक पर शादी के लिए दबाव बनाया तो उसे नीची जाती का बोलकर शादी करने से इंकार कर दिया.
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Pali : जोधपुर की रहने वाली राजस्थानी कॉमेडियन एक्ट्रेस के साथ पाली के एक फोटोग्राफर ने तीन साल तक शादी का झांसा देकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा. एक्ट्रेस ने जब युवक पर शादी के लिए दबाव बनाया तो उसे नीची जाती का बोलकर शादी करने से इंकार कर दिया. जानकारी के अनुसार जोधपुर की एक राजस्थानी कॉमेडियन ऐक्ट्रेस 2019 में फोटो सेशन के दौरान पाली के फोटो ग्राफर सिद्धार्थ वैष्णव के सम्पर्क मेंआयी, जिसके बाद धीरे-धीरे इन दोनों के बिच दोस्ती हो गयी, समय निकलता गया और इनके बिच नजदिया बढ़ने लगी उसके बाद नजदीकियां प्यार में बदल गयी. शुरूआत में जब सिद्धार्थ ने जब शारीरिक सम्बन्ध बनाने की बात कही तो युवती ने यह कहकर इंकार कर दिया की शादी से पहले ये सब कुछ ठीक नहीं ,लेकिन सिद्धार्थ ने युवती को विश्वाश दिलाया की वो उससे सच्चा प्यार करता है और शादी भी करेगा. युवती सिद्धार्थ की बांतो में आगयी और सिद्धार्थ पर भरोसा करके उसके साथ संबंध बना लिए.
युवती ने बताया कि सबसे पहले सिद्धार्थ ने पाली में नए बस स्टेण्ड पर स्थित होटल में उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाये, उसके बाद बस स्टेण्ड पर ही स्थित एक दूसरी होटल में भी यही किया, इस तरह ये सिलसिला चलता रहा. यही नहीं जब भी युवती पाली जिले के किसी स्थान पर शूटिंग से फ्री होकर जोधपुर निकलती तो सिद्धार्थ उसे अपने ऑफिस बुलाता और अपने ऑफिस में भी उसके साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाता, इस तरह से करना सिद्धार्थ के लिए आम बात हो गयी थी. हर बार सिद्धार्थ युवती से शादी की बात करता की जल्द ही शादी रचाने वाले हैं. यही नहीं सिद्धार्थ जोधपुर में भी कई होटल और कैफे में भी युवती को ले गया यह क्रम तीन साल तक चलता रहा. आरोपी युवती को इस दौरान उदयपुर,जयपुर भी ले गया. इन सब के बीच जब युवती के घरवाले युवती की शादी के लिए दबाव बनाने लगे तो उसने अपने घर पर सिद्धार्थ के बारे में सब कुछ बता दिया की वो अच्छा लड़का है और मुझसे शादी करना चाहता है. लेकिन युवती को ये नहीं पता था की जिस सिद्धार्थ पर वो इतना भरोसा का रही है वो तो केवल खिलौने की तरह उसे इस्तेमाल कर अपनी हवस बुझा रहा है.
युवती की तरफ से ज्यादा दबाव बनाया गया तो सिद्धार्थ अपने भाई के साथ युवती को लेकर सोनाणा खेतलाजी गया और वहां एक महादेव मंदिर में भगवान के सामने शादी रचाकर युवती की मांग में सिंदूर भर दिया और युवती ने सिद्धार्थ के भाई से आशीर्वाद भी लिया जिसके सारे फोटो युवती के पास हैं, लेकिन सिद्धार्थ ने कई विडिओं और फोटो युवती के मोबाइल से डिलीट कर दिए, जिससे की कोई सबूत नहीं बच पाये.
कुछ समय बाद युवती और सिद्धार्थ के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई तो युवती जोधपुर से रात डेढ़ बजे पाली उसके ऑफिस पहुँच गयी. युवती ने रात को सिद्धार्थ को फोन लगाया की वो ऑफिस के बाहर बैठी है, लेकिन सिद्धार्थ नहीं आया, पूरी रात युवती ने ऑफिस की सीढ़ियों पर निकाली और फिर अल सुबह सिद्धार्थ को फोन किया. उसके बाद सिद्धार्थ आया और युवती को बहुत गालियां देकर जलील किया और वहां से भाग जाने को कहा. सिद्धार्थ ने युवती के सामने कुबूल किया कि उसने युवती का इस्तमाल किया है, साथ ही सिद्धार्थ ने कहा कि उसके जैसी छोटी जाति की लड़की से कौन शादी करना चाहता हैं, ये सुनकर युवती हक्की बक्की रह गयी, जिसे वो भगवान मानती थी वो एक हैवान निकला. उसके बाद भूखी प्यासी युवती ऑफिस के निकट ही कोतवाली थाना शिकायत लेकर पहुंची , जिसे पुलिस ने अपना क्षेत्र नहीं बताते हुए, उसे महिला थाने का रास्ता दिखा दिया. युवती पैदल ही महिला थाने पहुंची जो की कोतवाली से तीन किलो मीटर है और वहां जाकर अपनी पीड़ा बताई पर वहां से भी पुलिस ने अपना क्षेत्र नहीं बताते हुए,औद्योगिक थाना भेज दिया इस तरह रात के ११ बज गए और औद्योगिक थाने में जो कुछ उसके साथ हुआ उसे सुनकर हर कोई सहम गया.
औद्योगिक थाना पुलिस ने भी की बदसूलूकी
औद्योगिक थाने में रात ११ बजे जब युवती पहुंची वहां उस समय दो कॉन्स्टेबल मिलें युवती ने उन्हें अपनी पीड़ा बताई तब तक सिद्धार्थ की माँ और परिजन वहां आगये और पुलिस से बात करने लगे. कॉन्स्टेबल ने युवती को बताया की उनके बड़े साहब उस कमरे में है उनके पास जाओ, युवती बताया कि उस साहब का नाम रघुवीर सिंह था, जब उन्हें पीड़ा बताई तो उसने बातें सुनकर युवती का मजाक उड़ाया और कहा कि तू नीची जाती की और लड़का ब्राह्मण कैसे शादी करेगा, तुम्हारा काम पैसे ऐंठना है और यहां आकर नाटक करती हो, रघुवीर सिंह ने इस दौरान युवती से उसकी बहन के व माँ के नंबर लिए और रात करीब डेढ़ बजे उनको फोन लगाकर उन्हें भी जलील किया. एक भले कॉन्स्टेवबल ने युवती को खाना दिया , फिर बोली की मुझे सोने के लिए यहाँ कोई जगह मिल पाएगी तो रघुवीर सिंह बोला की मेरे कमरे में सोयेगी क्या ,मेरे बिस्तर पर, इस तरह जलील होती रही आखिर रात के ढाई बज गए और युवती को बिना महिला सिपाही के रघुवीर सिंह अपनी गाडी में रेलवे स्टेशन पर छोड़ गया और बोला की कोई भी पूछे तो बोलना सुबह पहली गाडी से जोधपुर जाना है, इस तरह थाने से बेईज्जत होकर रात में बिना महिला सिपाही के ही उसे लावारीस रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया.
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सखी सेंटर से मिली मदद
इस कदर एक युवती दो दिन से भूखी प्यासी थाने में पुलिस के द्वारा जलील होती रही लेकिन कोई न्याय दिलाने वाला नहीं मिला,आखिर उसे किसी ने सखी सेंटर का पता दिया. 18 जून को युवती सखी सेंटर पहुंची ,बदहवास हालत में युवती को देखकर सखी संचालक ने उसे पानी पिलाया और आश्वस्त किया की तुम्हें कुछ नहीं होगा अब तुम सुरक्षित हो, युवती इतनी डरी और सहमी हुई की कुछ भी बोल नहीं पा रही थी. सखी सेंटर संचालिका ने पूरी बात सुनकर कोतवाली थाने सीआई को फोन कर मामला दर्ज करने की बात कही, तब जाकर पुलिस आई और ये वो ही कोतवाली पुलिस थी, जिसने युवती को पहले टरकाकर महिला थाने भेज दिया था ,मामला दर्ज होने के बाद जांच सीओ सिटी अनिल सारण को दी गयी.
कहते है राजस्थान की पुलिस महिला उत्पीड़न और महिलाओ के अधिकार के लिए उन्हें न्याय दिलाने के लिए संवेदनशील के साथ कृतज्ञ भी है ,लेकिन पाली पुलिस का जो चेहरा सामने आया उसने पुलिस विभाग पर ही कलंक लगा दिया. जबकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डीजीपी एम एल लाठर का सीधा आदेश है की कोई भी परिवादी थाने पहुंचे तो, उसके साथ सम्मान के साथ बात की जाए और उसी समय मुकदमा दर्ज किया जाये, लेकिन पाली जिले की पुलिस शायद सरकार और डीजीपी से भी ऊपर हैं,जहा जनता को अपनी पीड़ा बताने के लिए जलील होना पड़ता हैं.
Reporter - Subhash Rohiswal