राजस्थान में सोमवार को पंचायत चुनाव के लिए पहला चरण का मतदान हुआ. इस दौरान मतदाताओं में भारी उत्साह देखने को मिला. वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक हुई.
राजस्थान के विभन्न जिलों के अलग-अलग पंचायत में पंच और संरपंच के लिए हुई वोटिंग में पुरूष और महिला मतदाताओं ने अपना जोश दिखाया.
राजस्थान में पंचायत चुनाव के दौरान कोविड-19 को लेकर किए गए प्रशासन के दावों की पोल जरूर खुलती नजर आई. मतदान के दौरान कोरोना नियमों का पालन नहीं किया गया.
कोरोना काल के बीच हो रहे पंचायत चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग की तरफ से कुछ गाइडलाइन जारी की गई थी. गाइडलाइन के मुताबिक, वोटिंग के दौरान मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी था.
पंचायत चुनाव के दौरान खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई.
जयपुर जिले की तीनों पंचायत समितियों की 70 ग्राम पंचायतों में 464 सरपंच पद के प्रत्याशी चुनावी मैदान में रहे, जिनकी किस्मत का फैसला गांव की जनता ने किया.
मतदान के दौरान किसी भी अनहोनी की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया था. लेकिन जिस वक्त सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही थी, उस वक्त पुलिस-प्रशासन मूक दर्शक बना था.