राजस्थान के रेगिस्तान में यात्रा करना एक अनोखा सांस्कृतिक और प्राकृतिक अनुभव है, जो पर्यटकों को ऊंचे रेगिस्तानी टीलों, ताज महल, महलों और ऊंट सफारी को देखने का मौका देता है, साथ ही इस रेगिस्तान में अनेक जीव-जन्तु जैसे कि शेर, चीता, गीदड़, लोमड़ी, गधा, ऊँट, बैल, जंगली सूअर, नीलगाय, बाज, जंगली मुर्गा, जंगली तितली आदि पाए जाते हैं.
राजस्थान के रेगिस्तानों में जीवन की कहानी अपनी विविधता और रंगीनियों से भरी हुई है, इसे वहां के गांवों के लोगों की जीवनशैली में देखा जा सकता है. यहां के गाँवों में रहने वाले लोग अपनी जीवनशैली को रेगिस्तान के अनुकूल ढ़ाले हुए हैं और वहां के लोग काफी मेहनती होते हैं साथ ही वहां के लोग अपनी संस्कृति को संरक्षित करते हैं. जैसे लोग नृत्य, कठपुतली का खेल आदि
राजस्थान के रेगिस्तान न सिर्फ खूबसूरती से भरे हुए हैं, बल्कि यहां विविधता और समृद्धि का ऐसा अद्भुत नजारा है और इसे ग्रेट इंडियन डेजर्ट के नाम से भी जाना जाता है, यहां जाकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे, रेगिस्तान राजस्थान के 10 जिलों में फैला हुआ है, यदि आपको वहां जाकर ऐसा खूबसूरत नजारा देखने का मौका मिले तो नहीं छोड़ना चाहिए
राजस्थान सरकार ने मरुस्थलीय क्षेत्र के संरक्षण एवं विकास के लिए पहल बढ़ा दी है, वहां के स्थानीय लोगों को अपने प्राकृतिक संसाधनों का सही दिशा में उपयोग करने के लिए जागरूक किया है. जिससे संस्कृति के साथ नौकरी की भी व्यवस्था होती रहें
राजस्थान का नाम आते ही हमारे सामने थार रेगिस्तान यानी राजस्थान का रेगिस्तान सामने आ जाता है, जिसे हम "भारतीय रेगिस्तानों का राजा" भी कहते हैं, बेहद खास और मनमोहक है. यहैं के रेगिस्तान में कुछ ऐतिहासिक स्थल भी हैं जैसे कि जैसलमेर किला, जोधपुर का महाराजा उमेद सिंह का मकबरा, जैसलमेर का गढ़, बीकानेर का जैसलमेर फोर्ट, जोधपुर का मेहरांगढ़ फोर्ट आदि.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है