आप राजस्थान के पॉपुलर पर्यचक स्थलों पर गए होंगे लेकिन की जगहें ऐसी भी हैं, जिन्हें शायद ही आपने घूमा हो.
जैसलमेर दुर्ग पीले पत्थरों के विशाल खण्डों से निर्मित है. इसके निर्माण में कहीं भी चूने या गारे का इसस्तेमाल नहीं किया गया है.
बारहवीं सदी में बने देव सोमनाथ मंदिर को स्थापत्य कला का बेजोड़ नमूना भी कहा जाता है.
गागरोन का क़िला जल-दुर्ग होने के साथ-साथ पहाड़ी दुर्ग भी है. गागरोन दुर्ग हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है.
यह राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित है, जो भीलवाड़ा से कुछ किमी दक्षिण में है.
इस झील के खूबसूरत प्राकृतिक वातावरण में विभिन्न प्रजातियों के पक्षी रहते हैं. यहां रात्रि पर्यटन बेहद खूबसूरत लगता है.
बीकानेर का जूनागढ़ किला अपनी भव्यता के मामले में राजस्थान के बड़े किलों को कड़ी टक्कर देता है.
धौलपुर के महाराज भगवंत सिंह ने भी अपने प्रेम को अमर करने के लिए गजरा की याद में धौलपुर में अपनी प्रेमिका गजरा की कब्र के पास अपनी कब्र खुदवाई छी.
उदयपुर के होटल लेक पैलेस के इमारत की वास्तुकला जटिल शिल्प कौशल का एक सुंदर उदाहरण है.