Pratapgarh News: नगर परिषद की बैठक में मीडिया के प्रवेश पर रोक, सभापति पर लगे गंभीर आरोप
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Pratapgarh News: नगर परिषद की बैठक में मीडिया के प्रवेश पर रोक, सभापति पर लगे गंभीर आरोप

Pratapgarh News: प्रतापगढ़ नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक में मीडियाकर्मियों के प्रवेश पर प्रतिबंध को लेकर जमकर हंगामा हुआ, जिसके चलते 10 मिनट से कम समय में ही बैठक खत्म हो गई. वहीं, आयुक्त का दावा है कि इस दौरान सभी 11 बिंदुओं पर चर्चा कर प्रस्ताव पारित किया गया है. 

Pratapgarh News: नगर परिषद की बैठक में मीडिया के प्रवेश पर रोक, सभापति पर लगे गंभीर आरोप

Rajasthan News: प्रतापगढ़ नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक गुरुवार को नगर परिषद के सभागार में आयोजित की गई. बैठक से पहले ही नगरपरिषद कार्यकारी आयुक्त जितेन्द्र कुमार मीना और सभापति रामकन्या गुर्जर ने मीडिया के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया. बैठक में प्रतिबंध को लेकर नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों को गेट पर खड़ा कर मीडियाकर्मियों को अंदर प्रवेश न करने के लिए खड़ा कर दिया. पत्रकारों के सवाल पर आयुक्त ने नियमों का हवाला दिया, लेकिन नियमों की जानकारी पूछने पर आयुक्त कोई भी जवाब नहीं दे पाए. आयुक्त के नियमों के जवाब नहीं देने के कारण उन पर नगर परिषद सभापति और सभापति के पति व कैबिनेट मंत्री हेमंत मीणा के दबाव में काम करने के सवाल भी खड़े होने लगे है. 

अपने चहेतों को लाभ दिलाने की कोशिश 
मीडिया के प्रवेश पर रोक लगाने को लेकर कांग्रेस के पार्षदों और नेता प्रतिपक्ष ने बैठक में हंगामा शुरू कर दिया. करीब 10 मिनट के अंदर ही सभापति अपने भाजपा पार्षदों के साथ सभापति कक्ष में आकर बैठ गई. कांग्रेस पार्षद हंगामा करते रहे. करीब 10 मिनट भी नहीं चली बैठक में आयुक्त का 11 बिंदुओं पर चर्चा कर उनके प्रस्ताव की बात भी कहते दिखे, लेकिन हकीकत में बैठक में चर्चा की जगह मीडिया के प्रवेश पर हंगामा ही होता रहा. हंगामे के बाद सभापति और आयुक्त की ओर से 11 बिंदुओं पर चर्चा कर प्रस्ताव की बात पर भ्रष्टाचार और अपने चहेतों को लाभ दिलाने की बू आ रही है.

सभापति के पति दे रहे दखल 
सरकार बदलने के बाद से ही नगर परिषद में कार्यकारी आयुक्त जितेन्द्र कुमार मीणा का रवैया भी बदल चुका है. रवैया बदलने के साथ-साथ आयुक्त ने नियम भी बदल दिए है. कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष सुशिल गुर्जर ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में मीडियाकर्मियों को आयुक्त ने आने दिया था, लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद आयुक्त ने नियम भी बदल डाले. वहीं, बैठक को छोड़ अपने कक्ष में जाते हुए सभापति रामकन्या गुर्जर से पत्रकारों ने सवाल किए, तो उन्होंने कहा कि मुझे कुछ नहीं पता है, लेकिन सभापति के कक्ष में बैठे सभापति के पति भाजपा पार्षदों को बैठक सहित कई विषयों पर सुझाव देते नजर आए. 

आयुक्त और सभापति की मिलीभगत 
नेता प्रतिपक्ष सुशिल गुर्जर ने बैठक का वीडियो जारी करते हुए मीडिया को बताया कि आयुक्त और सभापति की मिलीभगत के चलते अपने चहेतों को लाभ दिलवाने का काम किया जा रहा है. नेता प्रतिपक्ष ने वीडियो में बताया कि भाजपा की ओर से सभापति ने पहले ही अपने कक्ष में भाजपा पार्षदों के साइन करवा लिए है. उन्होंने सभागार कक्ष में खाली पड़ी कुर्सियां और भाजपा पार्षदों के नहीं होने की भी बात कही. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हम दो साल से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आवाज उठा रहे है. अब पूर्व मंत्री बाल की खाल निकालने लगे है. इससे आयुक्त और सभापति कहां तक बचेंगे. नेता प्रतिपक्ष सुशिल गुर्जर ने कहा कि भाजपा का बोर्ड है और भाजपा के ही पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा नगर परिषद में हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठा रहे है. इसी से सभापति और आयुक्त डरे हुए है. अपने भ्रष्टाचार को छुपाने और विपक्ष द्वारा जनता के हित में उठाए जा रहे मुद्दों को छुपाने के लिए बोर्ड बैठक में आने से मीडिया को रोका गया है. 

रिपोर्टर- हितेश उपाध्याय

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