राजसमंद में कोरोनाकाल के दो साल बाद दशहरा के पर्व पर रावण के पुतलों का दहन. धोइंदा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के मैदान में भी 35 फीट के रावण के पुतले का दहन प्रभु श्री राम की आकर्षक झांकी निकालकर किया जाएगा.
Trending Photos
Rajsamand: राजसमंद में कोरोनाकाल के दो साल बाद दशहरा के पर्व पर रावण के पुतलों का दहन जोरदार आतिशबाजी के साथ किया जाएगा. इसके लिए नगर परिषद की ओर से इस बार कांकरोली, राजनगर के साथ धोइंदा में भी कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इस वर्ष आगामी 5 अक्टूबर को मनाया जाने वाला विजयदशमी का पर्व शहर के धोइंदा क्षेत्र के लिए भी नई शुरुआत लेकर आया है, क्योंकि इस बार से नगर परिषद की ओर से धोइंदा में भी कांकरोली और राजनगर की तरह रावण के पुतले का दहन किया जाएगा.
नगर परिषद सभापति अशोक टांक ने बताया कि दो साल तक कोरोना गाइड लाइन के तहत लगी पाबंदी के कारण दहशरा के पर्व पर रावण के पुतले का दहन नहीं किया जा सका था, लेकिन इस बार फिर से परंपरागत रूप से दशहरा का पर्व मनाया जाएगा और रावण के पुतलों का दहन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस बार परिषद की ओर से नई शुरुआत करते हुए धोइंदा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के मैदान में भी 35 फीट के रावण के पुतले का दहन प्रभु श्री राम की आकर्षक झांकी निकालकर किया जाएगा, इसके साथ ही पुतले के दहन से पूर्व यहां पर भी आतिशबाजी की जाएगी. सबसे पहले शाम सात बजे धोइंदा में ही पुतले का दहन होगा, जिसके बाद कांकरोली और उसके बाद राजनगर में पुतले का दहन किया जाएगा.
सभापति ने बताया कि कांकरोली में 51 फीट के पुतले का दहन होगा, जबकि राजनगर में 35 फीट के पुतले का दहन किया जाएगा. कांकरोली में दहन से पूर्व प्रभु श्री द्वारकाधीशजी के मंदिर से परंपरागत रूप से प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण, जानकी और हनुमानजी की सवारी गाजे-बाजे के साथ निकाली जाएगी. इसके कार्यक्रम स्थल बालकृष्ण स्टेडियम पहुंचने पर आतिशबाजी के साथ पुतले का दहन होगा. वहीं राजनगर में भी चेतनदास आश्रम से सवारी निकाले जाने के बाद पुतले का दहन किया जाएगा. तीनों स्थानों पर दशानन के पुतलों के दहन से पूर्व रंगारंग हवाई आतिशबाजी के आकर्षक नजारे शहरवासियों को देखने को मिलेंगे.
विजया दशमी के पर्व को लेकर कांकरोली के बालकृष्ण स्टेडियम के साथ ही धोइंदा व राजनगर क्षेत्र में रावण के पुतले के दहन को लेकर रोशनी व्यवस्था के लिए लाइटिंग के साथ ही आकर्षक डेकोरेशन भी किया जाएगा. विजयादशमी पर्व को लेकर रावण के पुतलों का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है, जो इन दिनों जोरों पर चल रहा है. पुतलों का निर्माण चित्तौडगढ़ जिले के अंतर्गत निम्बाहेड़ा के परंपरागत कलाकार छोटू भाई के द्वारा उनके साथियों के साथ मिलकर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पुतला आतिशी होने के साथ ही इसमें रोशनी आदि की कई विशेषताएं होंगी, जो दर्शकों को आकर्षित करेंगी. पुतलों के निर्माण पर 1.90 लाख व आतिशबाजी पर 2 लाख सहित दशहरा पर्व पर परिषद की ओर से 3.90 लाख रुपए व्यय किए जाएंगे.
यह भी पढ़ेंः
Chanakya Niti: परिवार में आने वाले अनर्थ का आभास करा देते है ये संकेत, आप भी ध्यान से देखें
Rajasthan : विश्वेंद्र सिंह ने अशोक गहलोत को बताया राजस्थान का हाईकमान, बोले- राजस्थान में वही हैं