Khatu Shyam Ji: राजस्थान में खाटू श्याम जी का मंदिर है, जिनका असली नाम बर्बरीक था. बर्बरीक के दादा का नाम भीम और दादी का हिडिंबा था. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि खाटू श्याम जी ने अपने दादा पर हाथ क्यों उठाया था.
खाटू श्याम जी को आज घर-घर पूजा जा रहा है. ये कलियुग के देवता कहलाते हैं. श्याम बाबा का असली नाम बर्बरीक था, जिनके दादा का नाम भीम था. भीम काफी बलशाली था.
एक बार भीम और बर्बरीक में लड़ाई हुई. कहानियों के अनुसार, एक बार भीम वनवास के दौरन एक ताल पर हाथ-मुंह धो रहे थे.
वहीं, बर्बरीक वहां आ गए और बोलने लगे कि तुम ताल का पानी गंदा क्यों कर रहे हो? ताल के पानी को लेकर दोनों में काफी बहस हुई.
इसके बाद बर्बरीक ने भीम को उठाया और दूर फेंक दिया. इसके बाद भीम नाराज हो गए और बोलने लगे कि मैं बच्चों पर हाथ नहीं उठाता हूं लेकिन तुम को तमीज सीखानी पड़ेगी.
वहीं, जैसे ही भीम बर्बरीक को उठाने लगते हैं, बर्बरीक भीम को उठा लेता है और दूर फेंकने लगते हैं. इतनी देर में भगवान शिव आते हैं और कहते हैं रूक जाओ बर्बरीक ये तुम्हारे दादा भीम हैं. ये सुन बर्बरीक भीम से माफी मांगते हैं.
डिस्क्लेमर- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.
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