Sikar news: सीकर में बीते मंगलवार एसके मेडिकल कॉलेज के छात्र की हत्या का मामला सामने आया था. इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए परिजनों का आरोप है कि उस पर होली के टाइम रैंगिग ली गई थी.
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Sikar news: सीकर में बीते मंगलवार एसके मेडिकल कॉलेज के छात्र की हत्या का मामला सामने आया था. जिसमें हम नया मोड़ आया है. परिजनों ने सीनियर डॉक्टरों पर रैगिंग का आरोप लगाते हुए हत्या करने की बात कह रहे हैं तो वहीं पुलिस को हॉस्टल के सीसीटीवी कैमरे खराब मिले हैं.
पुलिस मोबाइल कॉल डिटेल पर जांच टिकी हुई है तो वहीं पुलिस अधीक्षक कारण शर्मा ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए परिजनों का आरोप है कि उस पर होली के टाइम रैंगिग ली गई थी तो वहीं पुलिस मान रही है कि हत्यारे मेडिकल कैंपस के ही हो सकते हैं. परिजनों ने बेटे के शव का पंचनामा नहीं करवाया है. उनकी मांग है कि जब तक हत्यारे गिरफ्तार नहीं होंगे तब तक वह शव नहीं लेंगे, जिसके बाद उन्होंने मोर्चरी के बाहर धरना शुरू कर दिया.
कॉलेज कैंपस में मिला था शव
बता दें कि मंगलवार सुबह सीकर के एसके मेडिकल कॉलेज में करीब 6:30 बजे बांसवाड़ा निवासी हनिमेश खांट (20) का शव मिला था. जिसके हाथ और पैर में फ्रैक्चर थे. मंगलवार देर शाम परिजन सीकर पहुंचे और अपने बेटे की हत्या होने का आरोप लगाया. परिवार का कहना है कि जब तक उनके बेटे के हत्यारे नहीं पकड़े जाते या फिर मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती है तब तक वह शव किसी भी हाल में नहीं लेंगे.
गौरतलब है कि मृतक हनिमेश बांसवाड़ा का रहने था. जो बॉयज हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर पर कमरा नंबर 126 में रहता था. आखिरी बार उसे सोमवार रात करीब 10:30 बजे बरामदे में मोबाइल चलाते हुए देखा गया था. वहीं पुलिस के जरिए मामले की जांच में रैगिंग के एंगल लग रहा है.वही कई संगठनों ने मृतक छात्र के परिजनों को न्याय के लिए समर्थन दिया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी मृतक छात्र के परिजनों के जिए दिए जा रहे धरने को समर्थन दिया है.
मां और बड़े भाई का कहना
बेटे की हत्या पर मां और बड़े भाई अभिषेक का कहना है कि उसके बेटे को हास्टल में शराब पिलाकर उसके साथ मारपीट की जाती थी. जब वह होली पर वह गांव आया था, तब उसने यह बात बताई थी. इस मामले में कॉलेज प्रशासन भी दोषी है. कॉलेज के सभी सीसीटीवी कैमरे बंद है. इन सब की जांच की जाए और जब तक इस मामले की जांच और बेटे के दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और कार्रवाई नहीं होती जब तक वह पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे और नहीं तब तक शव लेंगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया का कहना
परिवार के साथ मृतक छात्र को न्याय दिलाने ते लिए अस्पताल में ही धरने पर बैठे हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने कहा कि जिस तरह से मृतक छात्र के शरीर पर जगह जगह चोट के निशान है खुद मृतक छात्र नहीं कर सकता. यह किसी दूसरे ने किए हैं. साथ ही यह किसी एक आदमी काकाम नहीं बल्कि इसमें कई लोग शामिल है और सीसीटीवी कैमरे भी खराब है कॉलेज प्रशासन की भी लापरवाही है जिस की भी जांच की जाए और वार्डन की लापरवाही भी है तो इन सब की जांच करवाई जाए और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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