अनुपगढ़ के घड़साना वकील आत्महत्या मामले में घड़साना बार संघ और विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा एक बैठक कर तहसीलदार के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया.
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Anupgarh: घड़साना में कुछ माह पूर्व पुलिस प्रताड़ना से तंग होकर एक वकील ने आत्महत्या कर ली थी. जिसको लेकर बार संघ एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने आरोपी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने और मामले की जांच एसओजी से करवाने के लिए धरना प्रदर्शन किया और प्रशासन द्वारा सभी मांगे मानते हुए लिखित आश्वासन दिया परंतु अब प्रशासन सीआईडी से जांच करवा आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने का प्रयत्न कर रहा है.
विजय झोरड आत्महत्या मामले को लेकर एक बैठक का आयोजन
बता दें कि आरोपी पुलिसकर्मियों के गिरफ्त और कड़ी कार्रवाई की मांग और सीबीआई से जांच की मांग को लेकर घड़साना बार संघ और विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा एक बैठक कर तहसीलदार के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है. श्रीगंगानगर के घड़साना में बार संघ एसोसिएशन घड़साना के वरिष्ठ वकीलों ओर कस्बे के विभिन्न राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधियों ने विजय झोरड आत्महत्या मामले को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें घड़साना के वरिष्ठ व्यापारियों के साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भाग लिया.
बता दें कि बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी हरसुख चौधरी ने की. बैठक में निर्णय लिया गया कि विजय झोरड ने जो सुसाइड नोट लिखा है. उसमें जिन पुलिस अधिकारियों के नाम सामने आए हैं. उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए गिरफ्तार किया जाए और इसके साथ ही पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाकर आरोपी पुलिसकर्मियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. बैठक में घड़साना बार संघ अध्यक्ष लक्ष्मण चौहान ने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक से पूर्व में जो हमारा समझौता हुआ था कि मामले की जांच एसओजी करेगी परंतु सीआईडी से जांच करवा रहे है.
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यदि एसओजी से जांच हुई तो कई बड़े अधिकारियों के नाम सामने आ सकते है. पूर्व विधायक पवन दुग्गल ने कहा कि विजय झोरड एक प्रशिक्षित वकील होने के साथ-साथ बार संघ के पूर्व अध्यक्ष भी थे, और एक वकील ने मरते समय अपने सुसाइड नोट में पूरे अधिवक्ता समुदाय से जो न्याय की गुहार लगाई है उसे न्याय दिलवा कर ही रहेंगे, जब तक उसे न्याय नहीं मिलेगा तब तक यह कारवां रुकने वाला नहीं.
दोषी पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर गिरफ्तार करने की रखी मांग
घड़साना व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन दुग्गल ने उक्त प्रकरण में कहा कि विजय झोरड जैसे ईमानदार शख्स घड़साना के लाखों युवाओं का जीवन बचाने निकले थे. परंतु पुलिस के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने अपने राजनीतिक आकाओं के चलते एक निर्दोष एथलीट को आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया. बैठक के बाद बार संघ घड़साना ने मुख्यमंत्री महोदय को तहसीलदार जितेंद्र सिंह के मार्फत ज्ञापन दिया. जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन पर जल्द ही दोषी पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर गिरफ्तार करने की मांग रखी और आग्रह किया कि पूरे मामले की जांच सीबीआई की विशेष टीम के द्वारा की जाए.
यह लोग रहें व्यपार मण्डल भवन में मौजूद
घड़साना बार संघ अध्यक्ष लक्ष्मण चौहान, घड़साना बार संघ सचिव दवेंद्र बराड़, किसान नेता सत्यप्रकाश सिहाग, राजू जाट,अशोक नायक, प्रदीप बिश्नोई, मनीराम सहारण, हीरालाल जाखड़, सतवीर जाखड़, परमजीत सिंह, जयदीप बिश्नोई, इंद्राज कस्वा ,विकास सारस्वत, चरनजीत चंदी,अनुप्रित स्वामी, इंद्राज कस्वा, विकास सारस्वत, चरनजीत चंदी, अनुप्रित स्वामी समेत अन्य लोग मौजूद रहें.
रिपोर्टर- कुलदीप गोयल