अनूपगढ़ के राजकीय पशु चिकित्सालय में असुविधाओं का आलम, ना डॉक्टर हैं ना ही कर्मचारी मौजूद
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अनूपगढ़ के राजकीय पशु चिकित्सालय में असुविधाओं का आलम, ना डॉक्टर हैं ना ही कर्मचारी मौजूद

इन दिनों पशुओं में लम्पी नामक महामारी चल रही है. काफी संख्या में पशु इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं और सरकार के द्वारा भरसक प्रयास किए जा रहे हैं कि पशुओं को इस महामारी से बचाया जाए.

अनूपगढ़ के राजकीय पशु चिकित्सालय में असुविधाओं का आलम, ना डॉक्टर हैं ना ही कर्मचारी मौजूद

श्रीगंगानगर: इन दिनों पशुओं में लम्पी नामक महामारी चल रही है. काफी संख्या में पशु इस महामारी की चपेट में आ रहे हैं और सरकार के द्वारा भरसक प्रयास किए जा रहे हैं कि पशुओं को इस महामारी से बचाया जाए. सरकार इसके लिए विभिन्न सुविधाएं भी पशुपालकों के लिए उपलब्ध करवा रही हैं, लेकिन इसके विपरीत अनूपगढ़ के राजकीय वेटनरी हॉस्पिटल में असुविधाओं का आलम है जिससे राजकीय वेटनरी हॉस्पिटल में पशुओं का इलाज भी सही तरीके से नहीं हो पाता. ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया को एक ज्ञापन सौंपकर इन असुविधाओं को दूर करने की मांग की है.

अनूपगढ़ ग्राम पंचायत 22 ए के ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि वह पशुओं का इलाज करवाने के लिए अनूपगढ़ के राजकीय पशु चिकित्सालय में गए थे. लेकिन पशु चिकित्सालय में कोई भी कर्मचारी उपस्थित नहीं मिला. ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया को ज्ञापन सौंपकर राजकीय पशु चिकित्सालय में पशुओं के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था करवाने की मांग की है.

लम्पी बीमारी से गायों की हो रही मौतें, फिर भी समुचित व्यवस्था नहीं- ग्रामीण

ग्रामीणों ने ज्ञापन में लिखा कि इन दिनों गायों में लम्पी नामक संक्रामक बीमारी चल रही है. इस संक्रामक बीमारी के कारण कई पशुओं की मौत भी हो रही है तथा गायों की संक्रामक बीमारी का प्रभाव इंसानों पर भी पड़ सकता है। ग्रामीणों ने ज्ञापन में लिखा कि गायों की संक्रामक बीमारी के इलाज के लिए ना तो गांवों में तथा ना ही अनूपगढ़ के राजकीय पशु चिकित्सालय में समुचित व्यवस्था है।अनूपगढ़ के राजकीय पशु चिकित्सालय में कोई भी कर्मचारी समय से ड्यूटी पर नहीं पहुंचते हैं. राजकीय पशु चिकित्सालय में कोई भी कर्मचारी नहीं मिलने पर यहां पर आने वाले पशुपालकों को बहुत अधिक परेशानी होती है.

ग्रामीणों ने राजकीय पशु चिकित्सालय के प्रभारी पर लगाए आरोप
ग्रामीणों ने राजकीय पशु चिकित्सालय के प्रभारी डॉ हेमंत गुप्ता पर भी कई तरह के आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों ने बताया कि डॉ हेमंत गुप्ता जब भी फोन कॉल की जाती है हमेशा ही उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिलता है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि राजकीय पशु चिकित्सालय में समुचित दवाइयों की भी व्यवस्था नहीं है. राजकीय पशु चिकित्सालय में चिकित्सक अथवा एलएसए ड्यूटी पर नहीं मिलने के कारण पशुपालकों को काफी परेशानी होती है. राजकीय पशु चिकित्सालय में पूरे स्टाफ की लापरवाही का खामियाजा पशुपालकों को भुगतना पड़ता है.

उपखंड अधिकारी तत्काल प्रभाव से मामले पर लिया संज्ञान

ग्रामीणों के द्वारा उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया को ज्ञापन सौंपे जाने पर उपखण्ड अधिकारी के द्वारा तुरंत प्रभाव से इस मामले पर संज्ञान लिया गया. अधिकारी प्रियंका तलानिया ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने डॉ हेमंत गुप्ता को बुलाकर राजकीय पशु चिकित्सालय की स्थिति के बारे में जानकारी ली और उन्हें निर्देशित किया है कि सभी कर्मचारी समय अनुसार अपनी ड्यूटी पर आएंगे और पशुपालकों को समुचित दवाओं की व्यवस्था कर दवाइयां भी वितरित करेंगे. उपखंड अधिकारी ने राजकीय पशु चिकित्सालय के प्रभारी को निर्देशित किया है कि क्षेत्र में महामारी फैल रही है इसके लिए ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान भी चलाया जाए.

Reporter-Kuldeep Goyal

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