नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवन ने कहा है कि अटल बिहारी वाजपेयी ने एक उथल-पथुल वाले क्षेत्र में रहकर भी संयमित व्यवहार को कायम रखा. जिस विपरीत हालात में उन्होंने काम किया, वैसा उदाहरण मिलना मुश्किल है. अटल जी ने भारत में गठबंधन सरकार के प्रयोग को सफल करके दिखाया था और उनके व्यवहार की कुशलता के चलते ही सभी गठबंधन सहयोगी आज भी उनके प्रशंसक हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित एक शोक सभा में उन्होंने कहा कि उनके अंदर एक स्वयंसेवक की संवेदना और कार्यकुशलता थी. आरएसएस चीफ ने कहा कि उन्हें अटल जी के बहुत ज्यादा साथ तो नहीं मिला, लेकिन वो अटल जी के भाषण को सुनने जाते थे. उन्होंने कहा कि अटल जी की सबके साथ मित्रता थी. वो सबके मित्र थे.


मोहन भागवत ने कहा, 'मुझे उनका ज्यादा सानिध्य नहीं मिला लेकिन हम अक्सर उनके भाषण सुनने जाया करते थे. मैंने उन्हें कॉलेज के दौरान देखा था, उनके अंदर सबको अपना मित्र बनाने की बेहद अच्छी कला थी, उनके शब्द और उनका जीवन सबके लिए एक आदर्श हैं.' उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के इस वृक्ष को जड़ से सींचकर बड़ा करने में अटल जी का बड़ा योगदान था.