भारतीय संस्कृति और परंपरा को मुस्लिम समुदाय तक पहुंचाने और देश में गंगा यमुना तहजीब को और मजबूती देने के लिए एक खास पहल की गई है. चार वेदों में से एक सामवेद के सचित्र हिंदी और उर्दू संस्करण के अनुवाद का आज विमोचन किया जाएगा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत इसका विमोचन दिल्ली के लाल किला परिसर में करेंगे. इस संस्करण को लिखने वाले लेखक डॉ इकबाल दुर्रानी ने कहा है कि सामवेद ग्रंथ मंत्रों का संग्रह है... यह मंत्र इंसान और भगवान के बीच के बातचीत का जरिया है. 


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सामवेद का उर्दू संस्करण करने वाले प्रसिद्ध फिल्म लेखक और निर्देशक डॉ इकबाल दुर्रानी ने जी मीडिया से बातचीत में कहा कि वह प्यार, इश्क और मोहब्बत की बात करने आए हैं. वह चाहते हैं कि उनकी मोहब्बत में हर धर्म के लोग शामिल हों क्योंकि इस ग्रंथ में ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे मुसलमान पढ़ कर समझ नहीं सकता.


इकबाल दुर्रानी का कहना है कि सामवेद ग्रंथ मंत्रों का संग्रह है. इन्ही मंत्रों का उर्दू में अनुवाद किया है. यह मंत्र इंसान और भगवान के बीच के वार्तालाप का जरिया है तो क्या हिंदू और क्या मुस्लिम. उन्होंने कहा, 'मेरा यह सौभाग्य है कि मैं कल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ लाल किले पर मौजूद रहूंगा और उनके हाथ से सामवेद ग्रंथ का उर्दू संस्करण देश में लॉन्च होगा.'


उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूं कि देश में हिंदू मुस्लिम एकता बने, एक दूसरे के ग्रंथ के बारे में जानकारी होनी चाहिए क्योंकि सब भगवान की बात करते हैं और मुझे किसी का कोई डर नहीं है. मैं प्यार, इश्क और मोहब्बत की बात करता हूं और करूंगा. कौन से राजनीतिक दल या कौन सा राजनीतिक व्यक्ति क्या बयान देता है मुझे उससे कोई मतलब नहीं.'


भारतीय संस्कृति और परंपरा को मुस्लिम समुदाय तक पहुंचाने और देश में गंगा यमुना तहजीब को और मजबूती देने के पहल के अंतर्गत चार वेदों में से एक वेद सामवेद के सचित्र हिंदी और उर्दू में अनुवाद का विमोचन किया जा रहा है. 17 मार्च 2023 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इसका विमोचन दिल्ली के लाल किला के 15 अगस्त पार्क में करने जा रहे हैं.


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