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Kannada Vintage Pamphlet: भारत में कई बड़े म्यूजिक कॉन्सर्ट आयोजित किए गए, जिनमें दिलजीत दोसांझ, करण औजला, दुआ लिपा और एलन वॉकर जैसे बड़े नाम शामिल हैं. जैसे ही इन कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, टिकटों की कीमतें आसमान छूने लगीं और रीसेलर्स ने इन टिकटों को अधिक कीमतों पर बेचना शुरू कर दिया. इस बीच एक सोशल मीडिया पोस्ट ने सबका ध्यान आकर्षित किया है, जो 1986 में हुए कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के महानायक डॉ. राजकुमार के म्यूजिक कॉन्सर्ट से जुड़ा है. खास बात यह थी कि उस समय के टिकटों की कीमतें आज के टिकटों से काफी कम थीं.
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1986 के कार्यक्रम का टिकट और आज की कीमतें
यह पोस्ट X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर की गई थी, जिसमें बेंगलुरू के क्यूब्बन पार्क स्थित टेनिस स्टेडियम में आयोजित एक म्यूजिक कॉन्सर्ट का एक पुराना पम्फलेट दिखाया गया था. इस कार्यक्रम के टिकट की कीमतें ₹30 से लेकर ₹200 तक थीं, जो आज के टिकटों की कीमतों से बेहद कम थीं. पोस्ट के कैप्शन में लिखा था, "1986 के एक संगीत कार्यक्रम के लिए ₹200 टिकट. औरा." यह पम्फलेट इंटरनेट पर वायरल हो गया और इसे 63,000 से अधिक बार देखा गया. कमेंट सेक्शन में लोग अपनी प्रतिक्रिया देते नजर आए.
200rs tickets for a concert in 1986.
Aura >>>>>>> pic.twitter.com/T9pomFtLYx— Abhishek (@abhispake) January 3, 2025
पोस्ट पर लोगों ने दी कैसी प्रतिक्रियाएं
कई लोगों ने इस पोस्ट को देखकर 1986 के समय की तुलना आज के समय से की. एक व्यक्ति ने कहा, "मैं 2,000 रुपये खर्च कर दूंगा अगर कोई कार्यक्रम सिर्फ अनवरु (डॉ. राजकुमार के गाने) के साथ हो." एक अन्य व्यक्ति ने कहा, "इन शाम के कार्यक्रमों से जो पैसा इकट्ठा हुआ, वह पुलिस क्वार्टर, जिला स्टेडियम और अन्य सुविधाओं के निर्माण में खर्च किया गया." कई लोग इस बात से भी प्रभावित थे कि डॉ. राजकुमार ने इन कार्यक्रमों के लिए टिकट की कीमतें क्यों तय की थीं. एक व्यक्ति ने लिखा, "डॉ. राजकुमार ने इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया होगा. केवल सहकलाकारों और सहायक कर्मचारियों को भुगतान किया गया होगा. जो पैसा इकट्ठा हुआ, वह नेक कामों के लिए गया होगा."
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आज के टिकटों से तुलना
एक अन्य व्यक्ति ने वर्तमान टिकटों के मूल्य से तुलना करते हुए कहा, "6-8% की महंगाई के हिसाब से ₹200 का टिकट आज के मूल्य पर लगभग ₹3,000 के बराबर होता. आज ₹3,000 का कोई बड़ा पैसा नहीं लगता, लेकिन 80 के दशक में आप इसके लिए कुछ प्रॉपर्टी खरीद सकते थे."
एक व्यक्ति ने यह भी कहा, "₹30 से ₹200 तक के टिकट थे, लेकिन ₹200 का टिकट 'एलीट क्लास' के लिए उचित था, जो महंगाई दर के हिसाब से आज ₹3,150 के बराबर होता है. आईपीएल के टिकट ₹5,000 के करीब होते हैं."
डॉ. राजकुमार का योगदान
डॉ. राजकुमार का जन्म 24 अप्रैल 1929 को हुआ था, कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के एक महान अभिनेता और गायक थे. उन्हें "नटसर्वभौमा" या "अभिनय के सम्राट" के नाम से जाना जाता था. उन्होंने पांच दशकों में 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया और कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री पर गहरी छाप छोड़ी. उनकी आवाज, जिसे "कोगिले कांता" यानी "कोयल की आवाज" कहा जाता था, विशेष रूप से उनके भक्ति गीतों के लिए प्रसिद्ध हुई. उन्हें उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्म भूषण और दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा गया.