Maharashtra: वसूली कांड में सरकारी गवाह बने सचिन वाजे को सशर्त माफी, भड़की शिवसेना ने यूं निकाली भड़ास
Rs 100 crore bribery case: महाराष्ट्र वसूली कांड मामले में सचिन वाजे के सरकारी गवाह बनने को तैयार होने के बाद सीबीआई कोर्ट ने उन्हें सशर्त माफी दे दी है. माना जा रहा है कि अब अनिल देशमुख की मुसीबत और ज्यादा बढ़ने जा रही है. इसके बाद शिवसेना ने इस लेख के जरिए अपनी भड़ास निकाली है.
Shiv Sena reaction on Sachin Vaze prosecution witness: महाराष्ट्र (Maharashta) के सौ करोड़ी वूसली कांड (Rs 100 crore bribery case) में सूबे के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को बड़ा झटका लगा है. इस मामले में पूर्व इंस्पेक्टर सचिन वाजे के सरकारी गवाह बनने को तैयार होने के बाद सीबीआई कोर्ट ने उन्हें सशर्त माफी प्रदान कर दी है. कोर्ट ने साफ किया है कि वाजे को अब मामले से जुड़ी हर जानकरी विस्तृत तरीके से बतानी होगी. अब सामना (Saamana) के संपादकीय में शिवसेना ने वसूली मामले में सचिन वाजे को सीबीआई (CBI) द्वारा सरकारी गवाह बनाये जाने पर बीजेपी पर जमकर हमला बोला है.
'अपराधियों को महान बनाने का बनेगा ट्रेंड'
शिवसेना ने कहा जिस तरह वाजे को सरकारी गवाह बनाया गया है उससे अपराधियों को महान बनाने का ट्रेंड बन जायेगा. जिससे देश मे गलत संदेश जाएगा. सामना के लेख के मुताबिक, 'सचिन वाजे का केस बोगस है. झूठ बोलने वाले परमबीर सिंह खुलेआम आजाद घूम रहा है. जबकि हत्या करने और अम्बानी के घर के बाहर साज़िश रचने वाले वाजे को अब सजा माफ सरकारी गवाह बना लिया गया है. वो भी तब जब अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) जेल में है. ये अंधेर ही है. इससे केंद्रीय एजेंसियों पर सवाल खड़ा होता है. इससे सीबीआई (CBI) और ईडी (ED) बीजेपी की एजेंसियां साबित होती हैं.
वझे मतलब ‘वसूली, भ्रष्टाचार’ का उपनाम
लेख में ये भी लिखा गया, 'सचिन वाजे भ्रष्टाचार, वसूली, हत्या आदि मामलों का आरोपी है. परमबीर सिंह और सचिन वाजे की टोली खाकी वर्दी का दुरुपयोग करके जो धंधा कर रही थी उससे देशभर में पुलिस का सिर शर्म से झुक गया. महाराष्ट्र की तो बदनामी हुई ही और पूरा पुलिस विभाग कलंकित हुआ. ऐसे वझे को सीबीआई द्वारा राजनीतिक नफा-नुकसान के लिए सजा माफ गवाह बनाना नैतिकता के अनुरूप नहीं है.'
बीजेपी एक ओवरहालिंग फैक्ट्री: सामना
सामना के संपादकीय में आगे बीजेपी को देशद्रोही, अपराधी और हत्यारों की ओवरहालिंग करने वाली फैक्ट्री करार दिया गया है. लेख के मुताबिक बीजेपी वो जगह है जहां पर पहुंचकर सब देशभक्त बन जाते हैं. हार्दिक पटेल सबसे ताज़ा उदाहरण है. बीजेपी नेता हर्षवर्धन पाटिल ने खुद कहा था कि बीजेपी में शामिल होने से ईडी के झंझट से बचकर सुकून की नींद सो सकते हैं.
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