सियासी हलचल के बीच सामने आई हाथरस की पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
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सियासी हलचल के बीच सामने आई हाथरस की पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

सियासी हलचल के बीच हाथरस की पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है. 

सियासी हलचल के बीच सामने आई हाथरस की पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट

नई दिल्ली: सियासी हलचल के बीच हाथरस की पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है. सफरदजंग हॉस्पिटल की इस रिपोर्ट में रेप का जिक्र नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता की गर्दन पर चोट के निशान हैं और रीढ़ की हड्डियां भी टूटी हुई हैं. पीड़िता को ब्लड इंफेक्शन और हार्ट अटैक भी आया था. रिपोर्ट के मुताबिक मौत का वक्त 29 सितंबर सुबह 6 बज कर 55 मिनट था. इस मामले में FSL की रिपोर्ट आज शाम तक आने की उम्मीद है. 

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या?
-रिपोर्ट में रेप का जिक्र नहीं. 
-पीड़िता की रीढ़ की हड्डी पर चोट लगी. 
-पीड़िता की गर्दन पर भी चोट. 
-पीड़िता को हार्ट अटैक आया था. 
-पीड़िता को ब्लड इंफेक्शन हुआ था. 
-29 सितंबर सुबह 6:55 बजे मौत 

गौरतलब है कि 14 सितंबर को हाथरस के चंदपा थाना क्षेत्र के एक गांव में 19 वर्षीय लड़की के साथ क्रूरता बरती गई थी. पहले उसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया और फिर सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया था. 

इधर, हाथरस मामले पर सियासत गरमाई हुई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपने भाई राहुल गांधी के साथ दिल्ली से हाथरस के लिए रवाना हो चुकी है. प्रियंका गांधी ने कहा है कि हाथरस में अन्याय हो रहा है. परिवार जांच से संतुष्ट नहीं है. प्रियंका वाड्रा ने कहा कि पीड़ित परिवार को योगी सरकार धमका रही है. सरकार परिवार को चुप कराना चाहती है. उधर दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं. DND पर भारी पुलिस बल तैनात हैं. 

हाथरस के सभी बॉर्डर फिलहाल 
हाथरस के सभी सीमाएं फिलहाल सील कर दी गई हैं. धारा 144 लगा दी गई है. 5 से ज्यादा व्यक्तियों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है. हाथरस एसपी विक्रम वीर ने कहा, 'एसआईटी मामले की जांच कर रही है. हमें सूचना मिले हैं कि कुछ नेतागण आने वाले हैं. हम सब से अपील कर रहे हैं कि अभी ऐसा ना करें. जांच में बाधा ना डालें. कोई भी जनपद की सीमा में प्रवेश ना करें. कानून-व्यवस्था को खराब न करें. जो भी जनपद की शांति-व्यवस्था भंग करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. पीड़िता के परिजनों से किसी तरह का धरना-प्रदर्शन न करने की अपील की गई है.'

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