बेंगलुरू दंगा मामले की चार्जशीट में बड़ा खुलासा, जानिए कैसे और कहां तक जुड़े तार
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बेंगलुरू दंगा मामले की चार्जशीट में बड़ा खुलासा, जानिए कैसे और कहां तक जुड़े तार

11 अगस्त 2020 को हुए बेंगलुरु दंगों की साजिश की परतें जैसे जैसे खुल रही हैं. कांग्रेस के लिए जवाब देना भारी पड़ रहा है. कर्नाटक पुलिस की सेंट्रल क्राइम  ब्रांच की चार्जशीट के मुताबिक दंगों के पीछे कांग्रेस के नेताओं का हाथ है.

फाइल फोटो

बेंगलुरू :  बेंगलुरू दंगों (Bangalore riots) की चार्टशीट में कांग्रेस नेताओं (Congress Leaders) का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस के लिए अब चेहरा बचाना मुश्किल हो रहा है. चार्जशीट के मुताबिक कांग्रेस विधायक (Congress MLA) अखंड श्रीनिवास मूर्ति ( Srinivas Murthy) के राजनीतिक प्रतिद्वंदियों (Political rivals) ने बेंगलुरू हिंसा की साजिश रची थी.

  1. बेंगलुरू दंगों में कांग्रेस नेताओं पर आरोप
  2. वारदात से 3 महीने पहले रची गई साजिश 
  3. दंगा कांड के पीछे श्रीनिवास मूर्ति के विरोधी

कांग्रेस पार्टी को भारी पड़ रहा है जवाब देना
11 अगस्त 2020 को हुए बेंगलुरु दंगों की साजिश की परतें जैसे जैसे खुल रही हैं, कांग्रेस के लिए जवाब देना भारी पड़ रहा है. कर्नाटक पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच की चार्जशीट के मुताबिक दंगों के पीछे कांग्रेस के नेताओं का हाथ है. इस मामले में कांग्रेस पार्षद और बेंगलुरू के पूर्व महापौर संपत राज (Ex Mayor Sampat Raj) भी आरोपी हैं

पुलिस चार्जशीट में कांग्रेस नेताओं का नाम
कांग्रेस के दो पार्षदों को चार्टशीट में आरोपी बनाया गया है. सरकारी दस्तावेज में पूर्व महापौर संपत राज और अब्दुल रकीब जाकिर आरोपी हैं और इस केस में फरार नेता संपत राज डी जे हल्ली से मौजूदा कांग्रेस पार्षद हैं.

क्राइम ब्रांच के आरोप पत्र के मुताबिक कांग्रेस के दलित विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति को निशाना बनाने की साजिश की गई थी. जिसके तहत मूर्ति के भतीजे की सोशल मीडिया पोस्ट को आधार बनाकर दंगे की शुरुवात हुई थी. विधायक के दुश्मनों ने तीन महीने पहले एक मीटिंग की थी जहां विधायक के खिलाफ बड़ी साजिश रची गई थी.

कुमारस्वामी ने साधा निशाना
कांग्रेस के नेताओं का नाम सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी (Ex CM HD Kumarswami) ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि 'सही तस्वीर अब सामने आई है, कांग्रेस के लोग सही मायने में जनता के रखवाले नहीं हैं वो ही मुख्य रूप से मामले में दोषी हैं. अब लोगों को सोचना है और तय करना है बेंगलुरू शहर के लिये ये सही लोग नहीं है.'

केस की जांच एनआईए (NIA) भी कर रही है जिसने कांग्रेस विधायको से पूछताछ की है. शिवजी नगर (Shivji Nagar) विधान सभा के कांग्रेस विधायक रिजवान अरशद (Rizwan Arshad) और चामराज पेट (Chamrajpet) के कांग्रेस विधायक जमीर अहमद (Zameer Ahemad) से पूछताछ की गई.

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इलेक्ट्रॉनिक सिटी​ का रूप बिगाड़ने की साजिश
पुलाकेशी नगर में 11 अगस्त की रात भीड़ ने थाने और और कांग्रेस विधायक के आवास में तोड़फोड़ की. विधायक के भतीजे की एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद दंगाई कांग्रेस पार्टी विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर पहुंचे वहीं बवाल मचाने के साथ तोड़फोड़ की. वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया और पुलिसकर्मियों पर हमला करने के साथ थाने को आग के हवाले किया गया था.

हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई थी वहीं 50 से ज्यादा घायल हुए थे. कांग्रेस के नेता ही हिंसा के मास्टर माइंड नजर आ रहे हैं, ऐसे में बेंगलुरू के लोगों के सामने कांग्रेस पार्टी की पोल खुल गई है.

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