मुंबई: महाराष्ट्र में चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल का पुनर्गठन किया, जिसके तहत छह लोगों को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाकर इसमें 13 नए लोगों को शामिल किया गया है. इन 13 मंत्रियों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 10, शिवसेना के दो और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया-ए (आरपीआई-ए) का एक विधायक शामिल है. जैसा सोचा था, पूर्व कांग्रेसी नेता और नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे-पाटिल तथा लंबे समय से मंत्री पद की दौड़ में शामिल भाजपा के मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार को भी मंत्री बनाया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यहां राजभवन में एक समारोह में राज्यपाल सी.वी. राव ने सभी मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. विखे-पाटिल और शेलार के अलावा शपथ लेने वाले अन्य कैबिनेट मंत्रियों में संजय कुटे, सुरेश खड़े, अनिल बोंदे और अशोक उइके तथा तानाजी सावंत (सभी भाजपा से) और शिवसेना से जयदत्त क्षीरसागर हैं.


राज्यमंत्री बनने वाले पांच विधायकों में योगेश सागर, संजय भेगड़े, परिणय फुके (सभी भाजपा से), शिवसेना से अतुल सवे और आरपीआई-ए के अविनाश महाताकीर हैं. खराब प्रदर्शन के कारण प्रकाश मेहता, विष्णु सवरा, अंबरीश अतराम, दिलीप कांबले, प्रवीण पोटे और राजकुमार बडोलो को मंत्री पद से हटा दिया गया.


इन सभी विधायकों ने अपने-अपने इस्तीफा दे दिए, जिन्हें फड़णवीस ने स्वीकार कर लिया. इसके साथ ही, सोमवार को शुरू हो रहे महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र की पूर्व संध्या पर फड़णवीस ने चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना की स्थिति को मजबूत कर दिया है.