उन्होंने लिखा-'मैं चाहता हूं कि लोग मुझे समझें'.
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नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की एक डायरी सामने आई है. उसको देखकर ऐसा लगता है कि वह नियमित रूप से डायरी लिखते थे. ZEE NEWS के पास डायरी के कुछ पन्ने उपलब्ध हैं. साफ-सुथरी अंग्रेजी में लिखे डायरी के पन्नों में सुशांत ने इस बात पर जोर दिया है कि लोग उनको समझें. उन्होंने लिखा-'मैं चाहता हूं कि लोग मुझे समझें'.
इस डायरी में सुशांत राजपूत ने अपनी साल 2020 की भावी योजनाओं को भी बताया है. उन्होंने बाकायदा अपनी जरूरत यानी N (Need), P यानी पब्लिक प्रेजेंस पर काफी कुछ लिखा है. कई जगहों पर फ्लो चार्ट बनाकर बाकायदा उन्होंने इसे समझने की कोशिश की है.
इसके साथ ही एक अन्य जगह उन्होंने इस साल की अपनी बॉलीवुड, हॉलीवुड और कंपनी के बारे में लिखा. फिल्मों के स्क्रिप्ट के बारे में लिखा कि किस तरह की स्क्रिप्ट को तरजीह दी जानी चाहिए. दर्शकों में सीन का प्रभाव जमाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए और वह खुद उसके लिए किस तरह तैयारी करेंगे? इन बातों का भी उन्होंने जिक्र किया है.
सुशांत की खुदकुशी मामले की जांच के बीच परिवार ने 9 पन्नों की एक चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में लिखा हर शब्द एक परिवार के बिखरने, टूटने की कहानी बयां करता है, परिवार की चिट्ठी का हर शब्द सुशांत सिंह राजपूत के लिए न्याय मांग रहा है. परिवार की चिट्ठी का हर शब्द कई साजिशों की ओर इशारा करता है. परिवार की चिट्ठी की शुरुआत एक शेर के साथ की गई है.
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इसके साथ ही सुशांत के परिवार वालों ने चिट्ठी के जरिए यह आरोप लगाया है कि सुशांत को न्याय देने के बदले उन पर चौतरफा हमला किया जा रहा है. इस चिट्ठी के जरिए परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि सुशांत को मानसिक बीमार साबित करने की कोशिश की जा रही है. परिवार के चरित्र पर कीचड़ उछाला जा रहा है.
दूसरी ओर सुशांत के पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक सीबीआई और बिहार पुलिस के सामने उन्होंने सुशांत सिंह की ऑटोप्सी रिपोर्ट को लेकर शक जाहिर किया है. परिवार के सूत्रों के मुताबिक सुशांत सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट कहती है कि उनकी मौत Asphyxia यानी दम घुटने से हुई है. इस मामले में head skull को पूरी तरह ओपन किया जाना चाहिए था, जिससे Scalp के इंटरनल एग्जामिनेशन के बाद Sub Scalp Layers का एग्जामिनेशन किया जाना चाहिए था, जिससे किसी भी तरह की इंजरी का पता चलता है.
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