जिस सीट के लिए आजम खान को अखिलेश के सामने करनी पड़ी सिफारिश, कई मायनों में है खास
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जिस सीट के लिए आजम खान को अखिलेश के सामने करनी पड़ी सिफारिश, कई मायनों में है खास

शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने अपने पत्ते खोलते हुए पटियाली विधान सभा सीट से उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया. कहा जा रहा है कि इस सीट की सिफारिश खुद आजम खान ने की थी.

जिस सीट के लिए आजम खान को अखिलेश के सामने करनी पड़ी सिफारिश, कई मायनों में है खास

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनावों को लेकर आए दिन कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होता है. ऐसे में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कासगंज जिले की पटियाली विधान सभा सीट भी काफी दिनों से चर्चा में है. सपा और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने इस सीट पर अपने उम्मीदवारों के नाम पर सस्पेंस बरकरार रखा था. लेकिन शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने अपने पत्ते खोलते हुए पटियाली विधान सभा सीट से उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया. कहा जा रहा है कि इस सीट की सिफारिश खुद आजम खान ने की थी.

  1. पटियाली विधान सभा सीट से सपा ने नादिरा सुल्तान को बनाया प्रत्याशी
  2. माना जा रहा है कि आजम खान की खास सिफारिश पर मिली है टिकट
  3. नादिरा के पिता एटा से कांग्रेस की ओर से रहे थे सांसद
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आजम खान की खास पैरवी!

पटियाली विधान सभा सीट से आजम खान के परिवार की बहू और एटा के कांग्रेस पार्टी से पूर्व सांसद मुशीर अहमद खान की बेटी नादिरा सुल्तान उर्फ बिटिया को सपा द्वारा टिकट दिया गया है. नादिरा कासगंज जिले के सहावर की रहने वाली हैं. उनके पिता भी काफी चर्चित नेता रहे थे.

पिता कांग्रेस से रहे थे सांसद

मुशीर अहमद खान कांग्रेस पार्टी की ओर से साल 1968 और 1974 में एटा से सांसद रहे और मॉर्डन बेकरीज के चेयरमैन भी रहे. नादिरा सुल्तान आजम खान के रिश्ते के भांजे अब्दुल हफीज की पत्नी हैं और रामपुर में इनकी शादी हुई है. आपको बता दें कि नादिरा सुल्तान कासगंज की पटियाली सीट से पूर्व में भी कांग्रेस की प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुकी हैं.

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आखिरी समय में लिया गया फैसला

कासगंज जिले की इस सीट पर काफी दिनों से सस्पेंस था. नाम का ऐलान होने तक पटियाली विधान सभा से किरण यादव का टिकट फाइनल माना जा रहा था. लेकिन अंतिम समय में आजम खान की शिफारिश से नादिरा को टिकट दे दिया गया. भाजपा की ओर से इस सीट पर ममतेश शाक्य को उम्मीदवार बनाया गया है जोकि वर्तमान विधायक भी हैं. 

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सपा ने किरण पर नहीं जताया भरोसा 

आपको बता दें किरण यादव एटा के पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव की बेटी और वरिष्ठ IPS अधिकारी अंशुमान यादव की पत्नी हैं. वे राजनीति में लंबे समय से हाथ आजमाना चाह रही हैं, लेकिन क्षेत्र की जनता और पार्टी का विश्वास जीतने में नाकाम रहती हैं. इस बार किरण यादव के नाम की चर्चा कई पार्टियों की ओर से की ओर से की गई, लेकिन धीरे-धीरे हर पार्टी किरन यादव से साइड हटती नजरी आ रही है. किरण साल 2017 में पटियाली विधान सभा सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं भी थी लेकिन बीजेपी के ममतेश शाक्य से मात्र 3700 वोटों से चुनाव हार गईं थीं. बताया गया है कि इस सीट पर आजम खान ने टिकट के लिए नादिरा की जोरदार पैरवी की थी.

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