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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के डीएम सुहास एल.वाई. (Suhas LY) रविवार को टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics) में सिल्वर मेडल (Silver Medal) अपने नाम कर लिया. बैडमिंटन मेंस सिंगल्स एसएल4 (Badminton Mens singles SL4) के फाइनल मुकाबले में सुहास एलवाई को फ्रांस (France) के लुकास माजुर (Lucas Mazur) के खिलाफ 21-15, 17-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा.
साल 2007 बैच के IAS सुहास एल.वाई. (Suhas LY) प्रशासनिक जिम्मेदारियों के साथ साथ खेल में भी दिलचस्पी रखते हैं. वे बैडमिंटन के तेज-तर्रार खिलाड़ी हैं और कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में देश का झंडा बुलंद कर चुके हैं. साल 2016 में चीन में आयोजित एशियन चैंपियनशिप के मेंस सिंगल में उन्होंने गोल्ड मेडल (Gold Medal) जीता था.
टोक्यो पैरालंपिक में सुहास एल.वाई. (Suhas LY) के प्रदर्शन पर उनके परिवार ने बहुत खुशी जताई है. उनकी पत्नी ऋतु सुहास (Ritu Suhas) ने कहा, 'देश के लिए पैरालंपिक में खेलना उनका सपना था. इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने अपनी जिंदगी के कीमती 6 समर्पित कर दिए. जब वे पैरालंपिक में जा रहे थे तो मैंने उन्हें यही कहा था कि नतीजे की चिंता किए बिना वे बस अपना बेस्ट गेम खेलें और उन्होंने वही किया.'
He (Gautam Buddha Nagar DM Suhas LY) was very happy after winning the match. His dream was to play for India in Paralympics. He devoted around 6 years of his life to this. I have asked him to play his best game, without worrying about the result: Ritu Suhas, wife of Suhas LY pic.twitter.com/ctQEQvkdiT
— ANI (@ANI) September 4, 2021
ऋतु सुहास (Ritu Suhas) ने कहा, 'सुहास एल.वाई (Suhas LY) की इस कामयाबी का श्रेय केवल उनकी मेहनत को जाता है और किसी को नहीं.' ऋतु ने कहा कि उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों की कामयाबी के लिए दुआ की थी और शुक्र है कि वह कबूल भी हो गई.
ऋतु (Ritu Suhas) ने कहा कि उनके पति अपनी मंजिल पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करने पर यकीन रखते हैं. सरकारी सर्विस में होने के बावजूद वे गेम खेलने के लिए टाइम निकाल ही लेते. वे रोजाना रात 8 बजे से लेकर 12 बजे तक बैडमिंटन की प्रैक्टिस करते. उनके कोच ने भी उन्हें आगे बढ़ाने में कड़ी मेहनत की.
ऋतु सुहास ने कहा, 'मेरे पति ने खेलों को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा प्राथमिकता दी है. उसी की वजह से वे आज इस मुकाम पर हैं. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि वे जिंदगी में इसी तरह आगे बढ़ते रहें.'
बताते चलें कि ऋतु सुहास (Ritu Suhas) भी अपने पति की तरह एक प्रशासनिक अधिकारी हैं. वे इन दिनों गाजियाबाद में एडीएम एडमिनिस्ट्रेशन के पद पर तैनात हैं. एक प्रशासनिक अधिकारी होते हुए भी वो सामाजिक जागरूकता के लिए भी कार्यक्रम करती रहती हैं. वे मिसेज इंडिया-2019 का खिताब भी जीत चुकी हैं. ऋतु सुहास और यूपी कैडर के आईएएस सुहास एल.वाई. (Suhas LY) की शादी 2008 में हुई थी. इन दंपति के 2 बच्चे हैं.
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गाजियाबाद में तैनाती से पहले ऋतु सुहास (Ritu Suhas) लखनऊ विकास प्राधिकरण में जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत थी. उस दौरान प्रदेश सरकार के निर्देश पर उन्होंने माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के अवैध रूप से बनी जियामऊ की दो इमारतें, ड्रैगन मॉल और रानी सल्तनत में अवैध निर्माण को जमींदोज करवा दिया था.
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