लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक फर्जी RTO रैकेट का भंडाफोड़ (UP Cyber Cell B​usts Fake RTO Racket) हुआ है. यूपी साइबर सेल (Cyber Cell) को रैकेट का पर्दाफाश करने में कामयाबी मिली है. मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.


देशभर में फैला फर्जी RTO रैकेट का जाल


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बता दें कि यूपी साइबर सेल ने एक पैन इंडिया फर्जी RTO रैकेट का खुलासा किया है, जिसके तार उत्तर प्रदेश के आगरा से शुरू होकर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), राजस्थान (Rajasthan), दिल्ली (Delhi), हरियाणा (Haryana), उत्तराखंड (Uttarakhand) और महाराष्ट्र (Maharashtra) तक जुड़े पाए गए हैं.


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लोगों के साथ ऐसे करते थे ठगी


ये RTO रैकेट एक फर्जी वेबसाइट (Fake Website) जिसका नाम TC Chandra.com है, के जरिए RTO की हूबहू असली दिखने वाली रोड टैक्स ऑनलाइन स्लिप (Fake Online Road Tax Slip) कमर्शियल गाड़ियों के मालिकों को देकर उनसे पैसा वसूल लेता था.


साइबर सेल ने 4 आरोपियों को पकड़ा


जान लें कि यूपी साइबर सेल ने फर्जी RTO रैकेट के चार आरोपियों को गिरफ्तार (Cyber Cell Arrests 4 In Fake RTO Racket Case) कर लिया है. उनका नाम राजेंद्र, प्रेम सिंह, मोनू और हर्ष मित्तल है. ये रैकेट देश के अलग-अलग राज्यों के बॉर्डर पर टोल टैक्स (Toll Tax) बूथ बनाकर कर्मिशयल वाहनों की रोड टैक्स पर्ची काट कर उनसे पैसा वसूलता था.


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100 करोड़ का घोटाला कर चुके हैं आरोपी


एडीजी साइबर रामकुमार वर्मा के मुताबिक, ये फर्जी RTO रैकेट करीब 100 करोड़ रुपये का स्कैम कर चुका है. मुकेश पाराशर नामक एक शख्स की शिकायत के आधार पर यूपी साइबर सेल ने फर्जी आरटीओ रैकेट पर कार्रवाई की.


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