उत्तर प्रदेश एटीएस ने आज एजेंट राशिद से पूछताछ की. इस दौरान उसने हैरान करने वाला खुलासा किया.
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वाराणसी: आर्मी इंटेलिजेंस इनपुट की मदद से वाराणसी से पकड़े गए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के एजेंट से पूछताछ जारी है. उत्तर प्रदेश एटीएस ने आज भी एजेंट राशिद से पूछताछ की. इस दौरान उसने हैरान करने वाला खुलासा किया.
आईएसआई एजेंट राशिद से पूछताछ के दौरान ऐसे लोगों के बारे में जानकारी मिली है, जो व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आईएसआई के संपर्क में थे. कुल 75 मेंबर इस ग्रुप में जुड़े हैं, जिनमें 49 भारतीय हैं. इस ग्रुप से खुद राशिद और राशिद का मौसेरा भाई शाहबेज भी जुड़ा हुआ है.
यूपी एटीएस के अनुसार 2018 में जब राशिद पाकिस्तान में था, तब आईएसआई एजेंटों ने उससे संपर्क किया. आईएसआई एजेंटों ने राशिद से दो भारतीय सिम कार्ड खरीदकर उसका ओटीपी देने के लिए कहा. राशिद से ओटीपी लेकर पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंटों ने राशिद के नंबर पर व्हाट्सएप एक्टिवेट किया था.
यूपी एटीएस के मुताबिक, एक मोबाइल नंबर को रिकवर कर लिया गया है. इस नंबर पर एक व्हाट्सएप ग्रुप चलाया जा रहा था.बताया जा रहा है कि एटीएस ने ग्रुप तो रिकवर कर लिए हैं, लेकिन चैट रिकवर नहीं हो पाई है. सूत्रों के अनुसार, राशिद से पूछताछ में सामने आया है कि ग्रुप का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा रहा था.
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के अधिकारियों ने उक्त नंबर पर डबल सिक्योरिटी लगा दी है, जिसकी वजह से इस नंबर पर चल रहे व्हाट्सएप ग्रुप रिकवर नहीं हो पा रहे हैं. हालांकि एटीएस ने व्हाट्सएप सर्वर से इस नंबर पर की गई चैट का भी डाटा मांगा है.
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