80 सालों से निजामपुर गांव में किसी दलित की बारात नहीं निकली थी.
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कासगंज: कासगंज जनपद के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के निजामपुर गांव में पहली बार किसी दलित की बारात निकली, जिसमें दूल्हा घोड़ी चढ़ कर पहुंचा हो. दलित दूल्हा संजय जाटव की बारात धूमधाम से बैंड बाजे के साथ पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दुल्हन के घर पहुंची. दुल्हन की ख्वाहिश थी कि उसका दूल्हा घोड़ी चढ़कर उसके घर आए. लेकिन, अभी तक निजामपुर गांव में दलितों को घोड़ी चढ़ने की इजाजत नहीं थी. दूल्हे ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई, जिसके बाद जिला प्रशासन ने सुरक्षा देने का भरोसा दिया. रविवार को जब बारात पहुंचने वाली थी उस दौरान गांव में भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
कासगंज के एडिशनल एसपी पवित्र मोहन त्रिपाठी ने कहा कि शादी की रस्में पूरी होने तक पुलिस मौजूद रही. पुलिसकर्मियों की नजर गांव में हो रही हर गतिविधियों पर है. दुल्हन की विदाई होने तक निजामपुर गांव में पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे. संजय जाटव और शीतल की शादी का मामला पिछले कई महीनों से सुर्खियों में है. इसके लिए संजय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट तक का दरवाजा भी खटखटाया था.
Dalit groom takes out wedding procession after 80 years in Kasganj's Nizampur village under police protection. Bride says, 'Upper caste people in the village said that this has never happened & threatened to attack us. We're less scared as we've got police protection.' (15.07.18) pic.twitter.com/9taYsO8O72
— ANI UP (@ANINewsUP) 15 July 2018
शादी हो जाने के बाद दुल्हन के परिवारवाले खुश होने के साथ-साथ दहशत में भी हैं, क्योंकि गांव के ठाकुरों ने परिजनों को देख लेने की धमकी दी है. निजामपुर गांव में 40 ठाकुर परिवार और 5 परिवार जाटव के रहते हैं. इस गांव में आज तक दलितों की बारात नहीं निकली है.
बारात निकालने के लिए संजय ने जब इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया
दोनों जाति के लोगों के लिए यह अहम का विषय बन चुका है. इसलिए, दुल्हन की विदाई के बाद भी प्रशासन को राहत की सांस नहीं मिली है.
There was no problem when the procession was being carried out. We have deployed sufficient force till the wedding ends. Our personnel will be alert in the village even after the wedding so that any unforeseen situation can be avoided: Pavitra Mohan Tripathi, Additional SP pic.twitter.com/TJaDkLZR6b
— ANI UP (@ANINewsUP) 15 July 2018
जानकारी के मुताबिक, शादी के दौरान गांव में 150 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. सुरक्षा के मद्देनजर गांव में पुलिस के अलावा PAC कांस्टेबलों को भी तैनात किया गया था. जिस रास्ते से बारात गुजरी उस रास्ते में छतों पर भी पुलिसकर्मी तैनात थे. पुलिस-प्रशासन के लिए यह कितना चुनौतीपूर्ण था कि शांतिपूर्वक बारात निकालने के लिए एक प्लाटून पीएसी के अलावा दो इंस्पेक्टर, 12 एसओ, 12 उपनिरीक्षक, 70 कांस्टेबल और 10 महिला कांस्टेबल के अलावा होमगार्ड जवानों को तैनात किया गया था. दुल्हन की बिदाई के बाद भी कई दिनों तक शांति व्यवस्था को लेकर भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहेंगे.