आगरा GRP बिछड़ों के लिए बनी देवदूत, 300 बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया
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आगरा GRP बिछड़ों के लिए बनी देवदूत, 300 बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया

एसपी जीआरपी मुहम्मद मुश्ताक ने एक टीम बनाई, इस टीम का काम सिर्फ ये पता करना था कि जीआरपी क्षेत्र में आने वाले 16 जिलों में कितने बच्चों के लापता होने की सूचना है.

आगरा GRP बिछड़ों के लिए बनी देवदूत, 300 बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया

शोभित चतुर्वेदी/आगरा: अपने परिजनों से दूर हो चुके बच्चों को लगातार आगरा की जीआरपी पुलिस उनके परिजनों से मिला रही हैं. ऑपरेशन मुस्कान के तहत कुछ ही समय में जीआरपी की टीम ने करीब 300 बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया है. ये ऑपेरशन इतना आसान नहीं जितना सुनने में लग रहा है. इन बच्चों को ढूंढ निकालना कोई आसान बात नहीं. इनमें कई बच्चे तो दस साल से भी अधिक समय से लापता थे.

ऐसे काम की शुरू 
एसपी जीआरपी मुहम्मद मुश्ताक ने एक टीम बनाई, इस टीम का काम सिर्फ ये पता करना था कि जीआरपी क्षेत्र में आने वाले 16 जिलों में कितने बच्चों के लापता होने की सूचना है. फिर क्या था एक सूची तैयार की गई और हो गई बिछड़ों को अपनों से मिलवाने की मुहिम शुरू. इस टीम ने पहले लापता बच्चों के परिजनों से संपर्क किया उसके बाद पुलिस ने अपना मुखबिरी तंत्र सक्रिय किया और काम शुरू कर दिया.

आंखें हुई नम
एसपी जीआरपी ने बताया कि उनकी टीम ने ये भी पता किया कि बच्चें किस कारण से लापता हुए हैं.कोई मां की डाट से घर से गया तो इतनी दूर पहुंच गया कि सालों लग गए वापस आने में, कोई बच्चा किसी काम से बाहर गया पर लौटा ही नहीं. इस ऑपरेशन में शेल्टर होम्स से लेकर कई अन्य जगहों से करीब 300 बच्चे ना सिर्फ पुलिस ने बरामद किए बल्कि उनके परिजनों तक भी पहुंचवाया.

परिजनों से मिलवाया 
एक केस में तो पति पत्नी का आपस मे झगड़ा हुआ पत्नी अपनी तीनों बेटियों को लेकर चली गई पर वो मासूम तीनों बच्चियां अपनी मां से भी बिछड गई.जब पुलिस टीम बिछड़े हुए बच्चों से उनके परिजनों की बात करवाते थे. उन्हें मिलवाते थे तो वो पल बहुत ही भावुक होता था.बच्चे अपने माता-पिता को सालों बाद देखकर फोन पर ही रो पड़ते थे. मां के सामने आने पर उनसे लिपट जाते थे. ये सुखद पल को संजोया है आगरा की जीआरपी ने. 

दूर दराज से लाए गए बच्चे
आपरेशन मुस्कान के तहत बच्चे कई जिलों और अलग अलग प्रदेशो से पुलिस ने बरामद किए.इन बच्चो को बरामद करने के लिए पुलिस महाराष्ट्र,गुजरात और आसाम तक भी गई,और वहाँ से उन माता-पिता के लिए खुशियां लाई जिनके जीवन मे अंधेरा था.इतनी दूर जाकर बच्चों को ढूंढकर लाना आसान नही था,सभी परेशानियों को दूरकर पुलिस बच्चों को सकुशल वापस ले आई.

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