UP News: रोडवेज बसों में चालक-परिचालकों की कमी को देखते हुए खाली पदों को जल्दी ही भरने की कवायद शुरू कर दी गई है. संविदा पर 400 चालकों और 43 परिचालकों की भर्ती करने की शासन ने अनुमति दी है. योजना है कि रक्षाबंधन से पहले भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा जिससे कित्योहार में बसों की कमी जैसी दिक्कत न हो. 


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300 चालक की तैनाती 
350 परिचालकों की मांग के सापेक्ष 43 व 400 चालकों की भर्ती की अनुमति दी गई है, इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक सत्येंद्र वर्मा ने जानकारी दी. भर्ती प्रक्रिया को रक्षाबंधन से पहले पूरा कर लिया जाए इसका लक्ष्य तय किया गया है जिससे कि त्योहार में कर्मियों की कमी न हो पाए. मौजूदा समय में 690 बसों के लिए कुल 300 चालक के साथ ही 280 परिचालकों की तैनाती है. अलीगढ़, बुद्धविहार, कासगंज, एटा के साथ ही अतरौली, नरौरा व हाथरस को मिला कर अलीगढ़ परिक्षेत्र में सात डिपो हैं जिनसे हर दिन 40 हजार यात्री सफर कर पाते हैं. 


बसों का संचालन किया जा सकेगा
यहां ध्यान देने वाली बात है कि स्टाफ की कमी की वजह से हाथरस, एटा, कासगंज, अतरौली से लेकर नरौरा, मथुरा, इगलास, चंडौस, पिसावा  जैसे रास्तों पर बसों को चलाए न जाने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि भर्ती के पहल से अब इन रूटों पर भी बसों का संचालन किया जा सकेगा. प्रयागराज में कुंभ मेले पर भी ध्यान रखा जा रहा है. मेले को देखते हुए कुछ नई बसें भी खरीदने को लेकर विचार विमर्स किया जा रहा है और इस संबंध में योजना बनाई जा रही है. 


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लखनऊ परिक्षेत्र 


रोडवेज लखनऊ परिक्षेत्र की बात करें तो जुलाई महीने में के आखिर में ऐसा सूचना थी कि हर दिन औसतन 181 बसें रुट पर नहीं निकल पा रही हैं. जिससे 25 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है. क्षेत्रीय प्रबंधक(आरएम) ने इस संबंध में जिम्मेदारों से तीन दिन में जवाब तो मांगा गया है. बसों का संचालन न होने के पीछे का कारण  क्या है इस बारे में अफसरों को बताना होगा.